जल्द भरे जाएंगे टीजीटी के 1751 पद

सौ से कम छात्रों वाले मिडल स्कूलों को नहीं मिलेंगे ड्राइंग मास्टर और पीईटी

शिमला – प्रदेश के ऐसे मिडल स्कूल जहां पर छात्रों की संख्या सौ से कम है, उनमें डीएम यानी ड्राइंग मास्टर और पीईटी के पद नहीं भरे जाएंगे। हां, अगर आने वाले समय में सरकार के पास धन की उपलब्धता होगी, तो विचार किया जाएगा। विधायक विनोद कुमार के सवाल पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि यह कानून हमने नहीं बनाया है। प्रदेश में खाली पड़े टीजीटी के पदों को भरने के लिए जल्द ही प्रकिया शुरू की जाएगी। इसमें चाहे बैकलॉग हो या फिर पूर्व सैनिक और दिव्यांग कोटा। कर्मचारी चयन आयोग के तहत पदों को भर दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान में शिक्षा विभाग के तहत आर्ट्स, मेडिकल और नॉन मेडिकल के 1751 पद खाली चल रहे हैं। कर्नल इंद्र सिंह के अनुपूरक सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व सैनिक कोटे के तहत खाली पदों पर उनके आश्रितों को नौकरी दी जाएगी। शिक्षा मंत्री ने पूर्व सरकार के पांच साल के कार्यकाल की तुलना वर्तमान सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल से की।

शीघ्र शुरू की जाएगी प्रक्रिया

विधायक सुखराम चौधरी को शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्तमान में टीजीटी आर्ट्स बैचवाइज के 197 पद खाली हैं, जबकि टीजीटी नॉन मेडिकल के 94 और मेडिकल के 45 पदों को भरने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसी तरह से सीधी भर्ती द्वारा टीजीटी आर्ट्स के 490, नॉन मेडिकल के 199 और मेडिकल के 57 पद, पूर्व सैनिक कोटे से टीजीटी आर्ट्स के 147, नॉन मेडिकल के 69 और मेडिकल के 28 पद भरे जाएंगे। खेल कोटे से टीजीटी आर्ट्स के 12, नॉन मेडिकल के 14 और मेडिकल के चार, दिव्यांग कोटे से टीजीटी आर्ट्स के 47, नॉन मेडिकल के 18 और मेडिकल के आठ पदों को भने कि प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

पांगी में रिसर्च सेंटर

जनजातीय क्षेत्र पांगी में कृषि एव पशुपालन रिसर्च सेंटर खुलेगा। विधायक जिया लाल द्वारा पूछे गए सवाल पर कृषि मंत्री डा. रामलाल मारकंडा ने यह जानकारी सदन में दी।

आज सदन में यह

सदन में बुधवार को स्वर्गीय अरुण जेटली को श्रद्धांजलि का कार्यक्रम किया जा रहा है। अहम है कि इसमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कांग्रेस के नेता भी शामिल होंगे।