शिमला -आगामी तीन महीने बाद प्रदेश भाजपा की सरदारी बदल जाएगी। प्रदेश में सात साल बाद भाजपा संगठनात्मक चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में दिसंबर माह में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा। प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष खीमीराम शर्मा के बाद संगठनात्मक चुनाव होने थे, लेकिन 2012 में सतपाल सत्ती को सर्व सम्मति से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। उस साल से लेकर सत्ती प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। यानी कुल मिलाकर सत्ती की अध्यक्षता में 2012 का विधानसभा चुनाव, 2014 का लोकसभा चुनाव, 2017 का विधानसभा चुनाव और अब 2019 का लोकसभा चुनाव हुआ। भले ही 2012 के चुनाव में भाजपा सत्ता में नहीं आई, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक लगातार तीन चुनाव सत्ती की अध्यक्षता में पार्टी को जीत मिलती रही। यहां तक कि 2017 में नगर निगम शिमला का चुनाव भी हुए, जिसमें भाजपा को बड़ी जीत मिली। ऐसे में अब इस बार होने वाले संगठनात्मक चुनाव में देखना होगा कि सत्ती को फिर से प्रदेश की कमान सौंपी जाएगी या किसी अन्य नेता को। भाजपा सूत्रों के मुताबिक पच्छाद और धर्मशाला उपचुनाव को संगठनात्मक चुनाव से नहीं जोड़ा गया है। संगठन का काम चलता रहेगा और उपचुनाव के लिए भी गतिविधियां चलती रहेंगी। जानकारी के मुताबिक संगठनात्मक चुनाव के लिए तय शेड्यूल के मुताबिक 11 से 30 सितंबर तक बूथ अध्यक्ष तथा बूथ समिति सदस्यों का चुनाव होगा। इसके बाद 11 से 31 अक्तूबर तक मंडल अध्यक्ष का चुनाव मंडल स्तर पर समितियों का गठन, 11 से 30 नवंबर तक जिला अध्यक्ष तथा प्रदेश परिषद सदस्यों का चुनाव होंगे। इसी तरह से पहली से 15 दिसंबर तक अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय परिषद सदस्यों का चुनाव होगा।
अब तक के चीफ
जय किशन शर्मा
शांता कुमार
नगीन चंद्र पाल
गंगा सिंह ठाकुर
सुरेश चंदेल
महेश्वर सिंह
प्रेम कुमार धूमल।
सुरेश भारद्वाज।
जयराम ठाकुर
खीमीराम शर्मा
सतपाल सत्ती
जिला प्रमुख भी बनेंगे
भाजपा के सभी 17 संगठनात्मक जिलों को नए अध्यक्ष मिलेंगे। इसके साथ-साथ नए मंडलाध्यक्ष भी होंगे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी 17 संगठनात्मक जिलों में स्क्रीय सदस्यता अभियान चरम सीमा पर है। प्रदेश भाजपा संगठनात्मक चुनाव प्रभारी एवं सांसद रामस्वरूप शर्मा ने सभी जिलों के चुनाव प्रभारी नियुक्त भी कर दिए हैं। जो 11 सितंबर से चुनावी प्रक्रिया शुरू करेंगे।