पढ़ाई के लिए जान जोखिम में

बोड खड्ड पर बने पुल की हालत जर्जर, सरिए निकले-रेलिंग भी टूटी

चुवाड़ी –चंबा जिला के भटियात विधानसभा हलके में साडल में बने बोड खड्ड पुल बिना सुरक्षा रेलिंग के स्कूल जाने वाले नन्हे-मुन्नों के लिए किसी बडे़ खतरे से कम नहीं है। जर्जर हालत वाले इस पुल का सरिया तक बाहर निकला हुआ है। वहीं  अनहोनी से डरे लोगों में दहशत बनी हुई है। ऐसे में बरसात में पुल से नीचे बहती खड्ड के रौद्र रूप से हर गुजरने वाले राहगीर का दिल दहल जाता है। बता दंे कि इससे पहले पुल में बड़ा सुराख पड़ा हुआ था। जिसे ढकने के लिए पत्थर रखा गया था। सुराख से बड़े हादसे का डर बनने उसे दुरुस्त किया गया है। बरसात में बिना रेलिंग के खासकर रात के समय राहगीर से थोड़ी सी चूृक हुई तो उसे संभलने का कोई मौका नहीं मिलेगा। अभिभावक अपने नौनिहालों को लेकर चिंतित नजर आते हैं। उधर, लापरवाही भरा मामला सामने आने के बाद   प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। जानकारी के अनुसार साडल पंचायत के पांच गांवों दोठ, जाबल, गछियार, रताडी को जोड़ने के लिए बोड दरिया पर यह पुल बनाया गया है। सबसे अहम बात यह है कि उक्त पुल से दो दर्जन के करीब छात्र पढ़ाई के लिए रोजाना गुजरते हैं।  ्रलोगों का कहना है कि अब जबकि बरसात सिर पर है, तो इस पुल का महत्त्व बहुत बढ़ गया है। लोगों को डर है कि  इस पुल की मरम्मत नहीं हुई, तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी। क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय विधायक विक्रम जरियाल से गुहार लगाई है कि शीघ्र इस पुल की मरम्मत करवाई जाए।