प्रदेश में अब नहीं रहेगी लो-वोल्टेज

शिमला – हिमाचल प्रदेश में अभी भी कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां बिजली है तो सही, लेकिन दीये की लौ की तरह जलती है। ऐसे अनगिनत क्षेत्र हैं, जहां लोगों को समस्या पेश आ रही है और यह समस्या दूर करने के लिए बिजली बोर्ड ऐसे स्थान चिन्हित करने में लगा है, जहां बिजली की अपग्रेडेशन का काम भविष्य में किया जाएगा। बोर्ड प्रदेश के ऐसे स्थलों को चिन्हित कर वहां के लिए बिजली की अपगे्रडेशन योजना बना रहा है, जिस पर उसने काम शुरू कर दिया है। पिछले कुछ समय से ऐसे क्षेत्रों के लिए प्रारूप बनाए जा रहे हैं और बजट की व्यवस्था के साथ ही वहां काम शुरू कर दिया जाएगा। बताया जाता है कि प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में इस तरह की समस्या कई क्षेत्रों में पेश आ रही है, जहां बिजली की वोल्टेज सही नहीं है। यहां कम वोल्टेज के कारण दिक्कत हो रही है। प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है और सरकार का दावा है कि हर गांव में यहां बिजली पहुंचाई जा चुकी है, जिसके बाद हर घर में बिजली पहुंचाने की योजनाओं पर काम किया जा रहा है, लेकिन लो-वोल्टेज की समस्या भी साथ में है। बिजली बोर्ड के संयुक्त निदेशक अनुराग पराशर के अनुसार इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड द्वारा प्रदेश के कम विद्युत वोल्टेज वाले क्षेत्रों की पहचान की जा रही है और इसके अंतर्गत विभिन्न योजनाएं तैयार की जा रही हैं। कांगड़ा जिला के अंतर्गत भी कई योजनाएं तैयार कर दी गई हैं, जिन पर काम किया जा रहा हे। कांगड़ा की योजनाओं के बारे में उन्होंने बताया कि नुरपुर क्षेत्र के गांव सलघोट कोपरा के लिए एक विशेष योजना तैयार की गई है, जो कि कार्यान्वयन के चरण में है। इस योजना का कार्य 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।

टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत

बिजली बोर्ड के संयुक्त निदेशक अनुराग पराशर ने बताया कि बिजली बोर्ड द्वारा शिकायतों के निवारण हेतु निःशुल्क फोन नंबर 1800-180-8060 और 1912 स्थापित किए गए हैं। इन दोनों नंबरों पर उपभोक्ता शिकायत और अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने प्रदेश की जनता से इस सुविधा का लाभ भी उठाने का आग्रह किया। प्रदेश के कई दूसरे क्षेत्रों में भी विद्युत अपग्रेडेशन के काम किए जा रहे हैं, जिन पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च हो रही है।