राजनीति का फुटबाल बना दिया ट्रिब्यूनल

हमीरपुर  – हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के पूर्व अध्यक्ष बीआर राही ने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक ट्रिब्यूनल भंग करना दुर्भाग्यपूर्ण तथा कर्मचारी वर्ग को शीघ्र तथा सस्ते न्याय से वंचित करना है। उन्होंने कहा कि दस सालों के घटनाचक्र से पूर्णतः स्पष्ट हो गया है कि ट्रिब्यूनल राजनीति का फुटबाल बनकर रह गया है, जब चाहा स्थापित कर दिया, जब सुविधा न हो इसे बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी कार्यप्रणाली से कर्मचारी हितैषी रहे हैं, पर न जाने एकाएक उन पर क्या दवाब था, जिस कारण ट्रिब्यूनल भंग करने का निर्णय लिया गया। सरकार की ओर से अभी तक दो प्रतिक्रियाएं आई हैं। पहली में कहा गया है कि ट्रिब्यूनल में फैसले मैरिट पर नहीं हो रहे थे। अगर ऐसा था, तो यह अति दुर्भाग्यपूर्ण व्यवस्था तथा संस्था को तहस-नहस करने का कदम था, परंतु इसका इलाज संस्था बंद करना नहीं, अपितु कानूनी प्रक्रिया अपनाना था। दूसरे कारण में जनमानस भावना को बताया गया, जो कि तर्कहीन है।