सिंधु ने रचा इतिहास

वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय

 बासेल – भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने स्विट्जरलैंड के बासेल में खेली जा रही वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया है। सिंधू ने फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को रविवार को एकतरफा अंदाज में 21-7, 21-7 से हराकर स्वर्ण पदक जीता और यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं। सिंधू ने बड़े टूर्नामेंटों के फाइनल में हारने का गतिरोध आखिर तोड़ दिया और वह भारत की बैडमिंटन में पहली विश्व चैंपियन बन गईं। सिंधू पिछले दो साल विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में हारी थीं, लेकिन इस बार उन्होंने कोई चूक नहीं की। ओलंपिक रजत विजेता सिंधू का विश्व चैंपियनशिप में यह पांचवा पदक है। सिंधु 2018, 2017 में रजत और 2013, 2014 में कांस्य पदक जीती थीं। इससे पहले भारतीय खिलाडि़यों में सायना नेहवाल 2015 के फाइनल में हार गई थीं। पुरुषों में 1983 में प्रकाश पादुकोण और इस साल बी साई प्रणीत कांस्य पदक जीते थे। ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी 2011 में महिला डबल्स में कांस्य जीती थी।

टूर्नामेंट में प्रदर्शन

 सेमीफाइनल में चीन की खिलाड़ी चे यू फेइ को 21-7, 21-14 से हराया

 क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की यिंग को 12-21, 23-21, 21-19 से पीटीं

 प्री-क्वार्टर फाइनल में अमरीका की बेईवन झांग 21-14, 21-6 से धुनीं

 दूसरे दौर में चीनी ताइपे की पाइ यू पो दी को 21-14, 21-14 से दी मात

 पहले दौर में भारतीय शटलर को मिली थी बाई