सिर्फ नौ माह में खुद तैयारी कर कै्रक किया यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए हर साल लाखों उम्मीदवार उपस्थित होते हैं। हर उम्मीदवार पहले प्रयास में परीक्षा को क्रैक करना चाहता हैं, लेकिन वास्तव में बहुत कम ऐसा कर पाते हैं। शानू डिमरी एक ऐसी उम्मीदवार हैं, जिन्होंने पहले प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2017 को क्रैक कर 270वीं रैंक हासिल की। दिल्ली निवासी शानू डिमरी के पास आईआईटी, कानपुर से अर्थशास्त्र में एमएससी की डिग्री है। 2015 में मास्टर्स पूरा करने के बाद उन्होंने  बैंक में नौकरी शुरू की। एक साल तक नौकरी की। इसी बीच लगातार दो दिनों के रिसर्च के बाद उन्होंने मुंबई में अपनी वेल-सेटल्ड जॉब छोड़ी और यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी के लिए दिल्ली आ गईं। तैयारी शुरू करने के लिए उन्हें उन उम्मीदवारों की तुलना में अधिक कठिन काम करना पड़ा, जो वर्षों से तैयारी की प्रक्रिया में थे। शानू ने अपनी तैयारी 2016 में, यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम 2017 की प्रारंभिक परीक्षा से ठीक नौ महीने पहले शुरू की। उसने लगभग चार महीने तक कोचिंग ली, लेकिन संस्थान में आने-जाने में काफी समय लग रहा था। उसने कोचिंग को छोड़ा और खुद से परीक्षा की तैयारी करने लगी। उन्होंने सेल्फ तैयारी में टेस्ट सीरीज दी, तैयारी से जुड़े वीडियो देखे, मॉक टेस्ट पेपर्स की तैयारी की और नोट्स तैयार कर उनसे पढ़ाई की। अपनी तैयारी के दिनों को याद करते हुए शानू कहती हैं कि शुरुआती में कैंडीडेट्स के लिए तैयारी शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका अभ्यास है। संगठित तरीके से नोट्स तैयार करना बहुत आवश्यक है। फ्लो चार्ट, पाई चार्ट, टेबल, कॉलम बनाने से बाद में जानकारी हासिल करने में मदद मिलती है। उन्होंने निष्कर्ष निकालते हुए कहा कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना तनाव नहीं है, लेकिन तैयारियों में पर्याप्त गंभीरता होनी चाहिए।