सोलन में बनेगा मिल्क पाश्चराइजेशन प्लांट

बिलासपुर – हिमाचल में श्वेत क्रांति लाने की दिशा में अग्रसर नामी कामधेनू हितकारी संस्था अब बिलासपुर, शिमला, सोलन, हमीरपुर और मंडी के अलावा अन्य जिलों के साथ पड़ोसी राज्यों तक भी अपनी पहुंच बढ़ाएगी। जन-जन तक गाय का शुद्ध दूध उपलब्ध करवाने वाली हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित कामधेनू कृषक एवं उपभोक्ता हितकारी मंच ने सोलन जिला के गंभरपुल के पास हरिपुर में दूसरा बड़ा मिल्क पाश्चराइजेशन प्लांट स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाया है और इस साल के अंत तक इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन कर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के बन जाने से न केवल सोलन जिला, बल्कि चंडीगढ़ तक दूध की सप्लाई आसान हो जाएगी। मंच के अध्यक्ष नानकचंद और सचिव जीतराम कौंडल ने बताया कि सोलन के कसौली उपमंडल के तहत हरिपुर में गंभरपुल के समीप चयनित आठ बीघा जमीन पर भवन एवं अन्य आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए कवायद चली है। इस प्लांट में डेली 15000 लीटर दूध एकत्रिकरण की क्षमता होगी। पहले चरण में क्षेत्र की 20 ग्राम पंचायतों में मिल्क कलेक्शन की शुरुआत की जाएगी और चरणवद्ध तरीके से अन्य पंचायतों को भी जोड़ा जाएगा, तो वहीं चंडीगढ़ तक दूध की सप्लाई करने की योजना है। उन्होंने बताया कि कसौली क्षेत्र के हरिपुर में पहले से एक मिल्क कलेक्शन सेंटर कार्यरत है, लेकिन वहां से नम्होल प्लांट 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। लिहाजा गंभरपुल के पास प्लांट स्थापित होने से ट्रांसपोर्टेशन का सारा खर्चा बच जाएगा। साथ ही क्षेत्र के सैकड़ों बेरोजगार युवाओं के लिए भी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के द्वार खुलेंगे। उन्होंने बताया कि कामधेनू संस्था द्वारा वर्ष 2020 तक 60 हजार लीटर प्रतिदिन कलेक्शन का लक्ष्य तय किया गया है, जिसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। संस्था द्वारा बिलासपुर और सोलन जिलों में मिल्क कलेक्शन सेंटर खोलने के साथ ही सैकड़ों लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया है। नानकचंद और जीतराम कौंडल के अनुसार बिलासपुर व सोलन की 65 ग्राम पंचायतों में नेटवर्क फैला हुआ है।

सौ गांवों में फार्मर्ज क्लब गठित

संस्था के प्रधान व सचिव ने बताया कि 15 अप्रैल, 2012 को हिमाचल दिवस समारोह के अवसर पर संस्था को सरकार द्वारा हिमाचल गौरव पुरस्कार से नवाजा गया था। इसके बाद नाबार्ड के माध्यम से सौ गांवों में फार्मर्ज क्लब गठित किए गए हैं और नाबार्ड द्वारा दुधारू पशु विकास केंद्र के सुचारू संचालन के लिए नम्होल में कैटल फीड प्लांट स्थापित किया गया है। अब संस्था का पूरा फोकस अपने लक्ष्य प्राप्ति पर है जिसके लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी नयनादेवी के बस्सी में साईलेज मेकिंग यूनिट लगाया जाएगा जिस पर तिहत्तर लाख लागत आएगी।