स्कूलों में छात्रों को दो दिन मोबाइल अलाउड

शिक्षा विभाग का फैसला, स्कॉलरशिप के लिए स्टूडेंट के नंबर पर ही ऑनलाइन फार्म भरे जाने के निर्देश, घोटाले के बाद नई पहल

शिमला – अब राज्य के सरकारी स्कूलों में छात्र दो दिन मोबाइल ला पाएंगे। स्कूल प्रबंधन को यह छूट उन छात्रों को देनी होगी, जो एससी एसटी, ओबीसी व अन्य स्कॉलरशिप योजना के साथ जुड़े हैं। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छात्रों को दो दिन मोबाइल लाने की परमिशन देने के निर्देश स्कूल प्रबंधन को दिए हैं। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्कूल प्रबंधन दो दिन ऐसी तिथि निर्धारित करें, जिसमें छात्रों के स्कॉलरशिप फार्म भरे जा सकें। वहीं इन दो दिन छात्रों को मोबाइल लाने पर कोई भी जुर्माना या फिर सजा न देने की भी बात शिक्षा विभाग ने की है। बता दें कि अब स्कूल व कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों को स्कालरशिप लेने के लिए ऑनलाइन ही फार्म भरने पड़ेंगे। ऑफलाइन फार्म भरने का अब कोई भी प्रावधान नहीं है। विभाग ने तो यह भी साफ किया है कि भले ही छात्र फार्म भरने के लिए स्कूल में मोबाइल लाएं, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखा जाए, कि छात्र उस फोन का दुरुपयोग न करें। शिक्षा विभाग ने यह भी छूट दी है कि अगर छात्रों के पास अपने मोबाइल फोन नहीं हैं, तो उनके अभिभावक भी स्कूल में आ सकते हैं। दरअसल पिछले वर्ष भी स्कॉलरशिप के ऑनलाइन फार्म भरते वक्त कई शिकायतें सामने आई थीं। इसमें सबसे पहले यह बात थी कि एक तरफ छात्रों को स्कूल में मोबाइल अलाउड नहीं था, दूसरी तरफ शिक्षकों को अपने नंबर पर ही स्कॉलरशिप फार्म भरने पड़ रहे थे। ऐसे में ऑनलाइन फार्म भरते वक्त ओटीपी नंबर भी सीधे शिक्षकों के मोबाइल पर ही आता था। इससे सबसे बड़ी दिक्कत यह सामने आती थी कि फार्म भरने के बाद जो भी जानकारी आती थी, वह शिक्षकों के माध्यम से छात्रों तक पहुंचती थी। ऐसे में कई बार पात्र छात्रों को यह भी पता नहीं होता था कि उनका वजीफा राशि उनके खाते में पहुंच रही भी है या नहीं। बता दें कि पिछले वर्ष छात्रों के ऑनलाइन वजीफा फार्म एक ही शिक्षक के नंबर पर भरे गए। इससे यह भी साफ होता है कि स्कॉलरशिप घोटाले के बाद भी विभाग के अधिकारियों ने सबक नहीं लिया था। उल्लेखनीय है कि इससे पहले शिक्षा विभाग ने ही सरकारी स्कूलों में छात्रों के मोबाइल इस्तेमाल न करने की हिदायत दी थी। स्कूल में छात्र मोबाइल लाकर उसका दुरुपयोग करते हैं। यही वजह है कि विभाग ने स्कूलों में मोबाइल पूरी तरह से बैन किया था।

फोन लाने के बाद भी छात्रों पर नजर

बताया जा रहा है कि मोबाइल लाने के बाद भी स्कूल प्रबंधन को छात्रों पर नजर रखनी होगी। अहम यह है कि दो दिन मोबाइल लाने के दौरान छात्रों के मोबाइल जब्त करने के निर्देश शिक्षा विभाग की और से जारी किए गए हैं।