हरियाणा में अपराधों का ग्राफ बढ़ा

रेप-हत्या के मामलों में गुरुग्राम की स्थिति चिंताजनक, फरीदाबाद में बच्चियों से हुए सबसे ज्यादा दुष्कर्म

पंचकूला – हरियाणा में अपराध का ग्राफ यूपी जैसा होता दिखने लगा है। यहां पर आए दिन अपराध के आंकडे़ बढ़ रहे हैं। महिला उत्पीड़न के मामलों ने तो हद ही कर दी है। यानी हर रोज औसतन 24 से अधिक मामले सामने आए हैं। महिला उत्पीड़न से लेकर दुष्कर्म खासतौर पर बच्चियों के यौन उत्पीड़न में तथा हत्याओं में गुरुग्राम की हालत पूरे हरियाणा में काफी चिंताजनक है। जबकि फरीदाबाद बच्चियों से सबसे ज्यादा दुराचार के मामलों में सबसे उपर है। जबकि हरियाणा में भिवानी ऐसा जिला है, जहां सबसे ज्यादा एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज हुए है। जबकि पंचकूला का ग्राफ हर ऐसे मामले में सबसे नीचले पायदान पर है। प्रदेश में पिछले 1703 दिनों में 5043 हत्याएं हो चुकी हैं। 4947 केस दुष्कर्म के सामने आ चुके हैं और 3674 केस बच्चियों के साथ दुराचार के हैं। इनमें पोक्सो एक्ट के तहत पुलिस ने कार्रवाई की है। महिला उत्पीड़न के मामलों ने तो हद ही कर दी है। 1703 दिनों में ऐसे 42265 मामले सामने आए, यानी हर रोज औसतन 24 से अधिक मामले सामने आए हैं। अनुसूचित जाति एवं जनजाति से संबद्ध लोगों पर भी उत्पीड़न के 3695 केस दर्ज किए गए हैं। यह रिपोर्ट सोमवार को हरियाणा विधानसभा के पटल पर पेश की गई। हरियाणा में 20 जुलाई तक हत्या के कुल केसों में से 953 मामलों में अपराधियों को दोषी करार दिया गया है।

दुष्कर्म मामलों में भी गुरुग्राम सबसे ऊपर

मर्डर ही नहीं, दुराचार के मामले भी गुरुग्राम में ही सबसे ज्यादा हैं। अंबाला में 163, भिवानी में 170, चरखीदादरी में 52, फरीदाबाद में 543, फतेहाबाद में 128, गुरुग्राम में 663, हांसी में 72, हिसार में 199, झज्जर में 172, जींद में 153, कैथल में 131,  करनाल में 269, कुरुक्षेत्र में 153, मेवात में 295, नारनौल में 120, पलवल में 205, पंचकूला में 75, पानीपत में 328, रेवाड़ी में 172, रोहतक में 275, सिरसा में 173, सोनीपत में 229 व यमुनानगर में 195 दुराचार के मामले दर्ज किए गए हैं। राजकीय रेलवे पुलिस ने भी दुराचार के 12 मामले दर्ज किए हैं।

फरीदाबाद में पेश आए सबसे ज्यादा मामले

बच्चियों से दुराचार के मामले सबसे ज्यादा फरीदाबाद में दर्ज हुए हैं। पुलिस ने इस मामलों में पोक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की है। अंबाला में 134, भिवानी में 179, चरखीदादरी में 43, फरीदाबाद में 412, फतेहाबाद में 133, गुरुग्राम में 354, हांसी में 60, हिसार में 162, झज्जर में 84, जींद में 108, कैथल में 122, करनाल में 264, कुरुक्षेत्र में 155, मेवात में 216, नारनौल में 75, पलवल में 169, पंचकूला में 88, पानीपत में 201, रेवाड़ी में 115, रोहतक में 144, सिरसा में 128, सोनीपत में 204 व यमुनानगर में 123 केस पाक्सो एक्ट के तहत दर्ज किए गए। राजकीय रेलवे पुलिस ने भी एक मामला दर्ज किया।