हिमाचल में बढ़ा वन क्षेत्र

2.67 फीसदी हुई बढ़ोतरी, सदन में दी लिखित जानकारी

शिमला – हिमाचल के वन क्षेत्र में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसमें 2.67 फीसदी का इजाफा हुआ है। यह जानकारी सदन में एक लिखित जानकारी में दी गई है। इसमें बताया गया है कि प्रदेश में जंगलों का दायरा पिछले दो साल में 2.67 प्रतिशत, यानी 393 वर्ग किलोमीटर बढ़ गया है। फोरेस्ट सर्वे ऑफ  इंडिया के सर्वेक्षण में इसका खुलासा हुआ है। फोरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से दो साल में एक बार सर्वे किया जाता है। यह सर्वे वर्ष 2015 से 2017 के बीच किया गया है। सेटेलाइट सर्वे में घने जंगल, खुले जंगल और कम घने जंगलों को ट्रेस किया गया। इसके आधार पर जो रिपोर्ट तैयार हुई, उसमें पाया गया कि हिमाचल में जंगलों का दायरा बढ़ गया है। सदन में विधायक रामलाल ठाकुर व जवाहर ठाकुर के लिखित सवाल के उत्तर में वन मंत्री गोविंद ठाकुर लिखित जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने सालों से वन विभाग के माध्यम से वन संरक्षण व पौधारोपण अभियान चला रखा है। इस साल 25 लाख पौधे रोपे गए हैं। वन विभाग में 37 क्षेत्रीय और छह वन्य प्राणी वन मंडल कार्य कर रहे हैं।

चार साल में पौधारोपण पर 109 करोड़ खर्च

वन विभाग ने पिछले चार सालों में पौधारोपण अभियान पर 109 करोड़, 17 लाख, 79 हजार 814 रुपए खर्च किए हैं। इसमें 2016-17 में 345536897,  2017-18 में  311065593, 2018-19 में 336076765, 2019-20 में 99100559 करोड़ खर्चा गया है। राज्य सरकार ने बताया कि वर्ष 2016-17 में पौधों की औसत जीविका दर 70 फीसदी,  2017-18 में 73 फीसदी, 2018-19 में 79 फीसदी और 2019-20 में अभी तक 100 फीसदी है।