उपचुनावों में बाहरी ही संभालेंगे जिम्मेदारी

चुनाव ड्यूटी पर संबंधित क्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारी नहीं होंगे तैनात

शिमला – विधानसभा उपचुनावों में बाहर के अधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर तैनात होंगे। इसके तहत केंद्रीय चुनाव आयोग ने अपने पारित आदेशों में कहा है कि विधानसभा क्षेत्र से संबंधित किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को चुनाव ड्यूटी पर तैनात न किया जाए। इसके लिए तीन कड़ी शर्तें लगाई गई हैं, जिनके अनुसार चुनाव ड्यूटी देने वाले अधिकारी-कर्मचारी का उस विधानसभा क्षेत्र से किसी प्रकार का संबंध न हो। शर्तों में कहा गया है कि पहला, वह संबंधित विधानसभा क्षेत्र का स्थायी निवासी नहीं होना चाहिए। दूसरा, वहां कार्यरत न हो और तीसरा उसका संबंधित विधानसभा क्षेत्र में टेंपरेरी निवास भी न हो। इन तीनों कड़ी शर्तों के चलते धर्मशाला तथा पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में उपचुनावों के लिए बाहर के अधिकारी व कर्मचारी तैनात होंगे। चुनाव आयोग पहले भी स्थानीय अधिकारियों-कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी पर तैनात नहीं करता है। इस बार कड़ी हिदायत जारी हुई है कि संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के सर्विंग स्टेटस के साथ उसका स्थायी तथा अस्थायी निवास भी उस विधानसभा क्षेत्र में नहीं होना चाहिए। केंद्रीय चुनाव आयोग से जारी इन आदेशों के बाद राज्य चुनाव विभाग तुरंत हरकत में आ गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी देवेश कुमार ने प्रदेश भर के जिला निर्वाचन अधिकारियों (उपायुक्तों) से वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से उन्हें अलर्ट जारी कर दिया है। विशेषकर कांगड़ा तथा सिरमौर जिला के निर्वाचन अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी के लिए सतर्कता बरतने को कहा गया है। जाहिर है कि लोकसभा चुनावों में शिमला मंडलायुक्त कार्यालय से तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार घरेलू विधानसभा क्षेत्रों पर तैनात कर दिए थे। इसी तरह का मामला कांगड़ा जिला के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में भी सामने आया था। इस भयंकर चूक पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने तत्कालीन मुख्य सचिव को कड़ी फटकार लगाते हुए नोटिस जारी किया था। चुनाव आयोग ने हिमाचल सरकार को निकट भविष्य में ऐसी कोताही न बरतने की चेतावनी देते हुए मामले को निपटाया था। हालांकि मुख्य सचिव ने इस प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त शिमला के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए थे। लोकसभा चुनावों में बरती गई इस कोताही को ध्यान में रखते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी ने उपायुक्तों को इस बार हिदायत बरतने को कहा है। वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से राज्य चुनाव अधिकारी ने फोटोयुक्त मतदाता सूचियों पर भी कड़े निर्देश जारी किए हैं। बहरहाल अब चुनाव विभाग का पूरा फोकस प्रदेश के उपचुनावों पर हैं। इस कारण चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची पर गहन पड़ताल करने को कहा है।

विधानसभा उपचुनाव में उसी अधिकारी-कर्मचारी को ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा, जिसका संबंधित क्षेत्र से कोई वास्ता न हो। इसके अलावा वह उस क्षेत्र में सेवारत भी न हो-  देवेश कुमार (आईएएस)

मुख्य चुनाव अधिकारी