ओलंपिक टिकट कटाया, पर खराब अंपायरिंग ने रुलाया

नूर सुल्तान (कजाखिस्तान) – बजरंग पूनिया टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने के बाद विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में गुरुवार को स्थानीय पहलवान दौलत नियाजबेकोव को सेमीफाइनल मुकाबला विवादास्पद परिस्थितियों में हार गए। बजरंग के अलावा रवि दहिया ने भी सेमीफाइनल में पहुंचकर टोक्यो का टिकट कटाया, लेकिन वह भी यहां से आगे नहीं बढ़ पाए। बजरंग के मुकाबले के परिणाम से उनके कोच शाको बैनिटिडिस गुस्से में आ गए और उन्होंने 65 किग्रा के मुकाबले में पक्षपातपूर्ण अंपायरिंग का विरोध किया। छह मिनट तक चला तनावपूर्ण मुकाबला 9-9 से बराबरी पर छूटा, लेकिन नियाजबेकोव ने मुकाबले के एक बार में सर्वाधिक चार अंक बनाए थे, इसलिए उन्हें विजेता घोषित किया गया। इस विवादास्पद मुकाबले में नियाजबेकोव काफी थक गये थे, लेकिन रैफरी ने उन्हें उबरने का पूरा मौका दिया। इसके अलावा कम से कम तीन अवसरों पर उन्हें चेतावनी नहीं दी गई। इसके बजाय स्थानीय पहलवान को चार अंक दे दिए गए, जबकि सर्किल के किनारे पर अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी होने के लिए ये अंक बजरंग को मिलने चाहिए थे। बजरंग ने कई अवसरों पर अपनी निराशा भी दिखाई, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं मिला।

आज कांस्य के लिए मुकाबला

पिछली बार के रजत पदक विजेता भारतीय पहलवान बजरंग को अब शुक्रवार को कांस्य पदक के लिए भिड़ना होगा। सेमीफाइनल तक की राह में कुछ चोटी के पहलवानों को हराने वाले रवि दहिया 57 किग्रा के सेमीफाइनल में रूस के मौजूदा विश्व चैंपियन जौर उगएव से 4-6 से हार गए और उन्हें भी अब कांस्य पदक के लिए भिड़ना होगा।

इतिहास दोहराने उतरेंगे सुशील

नौ साल बाद विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में वापसी कर रहे दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार कजाखिस्तान के नूर सुल्तान में शुक्रवार को फ्री स्टाइल मुकाबलों में अपने 74 किग्रा वर्ग में में इतिहास दोहराने के मजबूत इरादे से उतरेंगे। सुशील 2020 के टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखते हैं और इसके लिए उन्हें विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करना होगा।

साक्षी बाहर, पूजा कांस्य से चूकीं

नूर सुल्तान। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक यहां चल रही विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में गुरुवार को अपने 62 किग्रा वर्ग महिला वर्ग और दिव्या काकरान 68 किग्रा वर्ग में हारकर बाहर हो गईं, जबकि पूजा ढांढा को 59 किग्रा के गैर ओलम्पिक वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में नजदीकी हार का सामना करना पड़ा।