कल फाइनल हो सकते हैं भाजपा के टिकट

नई दिल्ली में संसदीय बोर्ड की अहम बैठक, प्रदेश चुनाव समिति भेजेगी नाम

शिमला -धर्मशाला और पच्छाद उपचुनाव के लिए प्रदेश भाजपा जल्द ही प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगाएगी। भाजपा सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में मंगलवार को होने वाली संसदीय बोर्ड की बैठक में टिकटों को लेकर फैसला हो सकता है। हालांकि महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले आम चुनाव के लिए मंगलवार को पहली लिस्ट जारी हो सकती है, लेकिन हिमाचल की दो सीटों के लिए प्रत्याशियों पर भी मुहर लगेगी।  उससे पहले प्रदेश भाजपा चुनाव समिति दावेदारों की शॉर्ट लिस्ट संसदीय बोर्ड को भेजेगी। हिमाचल में उपचुनाव के लिए नामांकन 30 सितंबर तक भरे जाने हैं। इसे देखते हुए दो प्रत्याशियों के नाम पर मुहर महाराष्ट्र और हरियाणा से पहले लगेगी। भाजपा सूत्रों के मुताबिक सोमवार शाम शिमला में भाजपा चुनाव समिति की बैठक होनी है, जिसमें दावेदारों के नामों की शॉर्ट लिस्ट पर चर्चा होगी, जो संसदीय बोर्ड को भेजी जाएगी। शेड्यूल के मुताबिक 30 सितंबर को नामांकन भरने की अंतिम तारीख है। उससे पहले प्रदेश भाजपा उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों को मैदान में उतार देगी। उसके बाद प्रचार के लिए 21 दिन शेष रह जाएंगे। धर्मशाला सीट पर टिकट के लिए कई दावेदार हैं। यहां मतदाताओं के फैक्टर को ध्यान में रखकर टिकट पर अंतिम फैसला होना है, जबकि पच्छाद विधानसभा सीट एससी के लिए रिजर्व है और इसी आधार पर प्रत्याशी का चयन होना है।

जिला की पार्टी बनकर रह गई कांग्रेस

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अब जिला की पार्टी बन कर रह गई है। कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह से जाहिर हो रहा है कि 2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में हार से कांग्रेस पूरी तरह बौखला गई है। उन्होंने कहा कि गत दिनों पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने अपने ही संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सुधीर शर्मा ने स्वयं कहा है कि कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष, सेवादल अध्यक्ष, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सभी प्रमुख शिमला क्षेत्र से ही बनाए गए हैं। सत्ती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से क्षेत्रवाद की राजनीति करती आई है। इसलिए आज क्षेत्रीय दल बनकर रह गई है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि उपचुनाव के लिए कांग्रेंस के पास न तो नेता है और न ही नेतृत्व। पूर्व के चुनावों की तरह कांग्रेस को धर्मशाला और पच्छाद में  कांग्रेस जीत के लिए तरसती रहेगी।