खट्टर सरकार से नाराज एसएफआई

सिरसा- स्टूडेंटस फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने हरियाणा सरकार की तरफ से 38 कालेजों में 100 से अधिक विषयों को बंद करने के फैसले की आलोचना करते हुए इसके खिलाफ प्रदेश भर में आंदोलन चलाने की घोषणा की। एसएफआई की प्रदेशाध्यक्ष सुमन गढवाल ने बताया कि प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि हरियाणा के जिन कालेजों में जिस भी विषय में 30 से कम विद्यार्थी हैं। उन विषयों को बंद कर दिया जाएगा। इसी के तहत एक सूची में पाया गया है कि हरियाणा के लगभग 38 कालेजों में 100 से अधिक विषयों में 30 से कम विद्यार्थी हैं, इसलिए सरकार के फैसले के अनुसार इन विषयों को इन कालेजों से बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस फैसले से गरीब विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सकेंगे, क्योंकि जिन कालेजों में ये विषय बंद होने हैं, वे कालेज ज्यादातर ब्लॉक स्तर पर हैं। जिन्हें बने हुए भी ज्यादा समय नहीं हुआ है और इन कालेजों में पहले ही सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने कहा कि बहुत ही गरीब विद्यार्थी और खासकर लड़कियां जो दूर के कालेजों में पढ़ने के लिए नहीं जा सकते, वे ही यहां दाखिला लेते हैं। इस फैसले के बाद ये विद्यार्थी पढ़ाई से वंचित हो जाएंगे। जिन विषयों की सरकार ने सूची बनाई है उनमें ज्यादातर विषय साइंस और कामर्स से संबंधित हैं। एसएफआई प्रदेश सचिव सुरेंद्र ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार लगातार गरीब, दलित, महिला व शिक्षा विरोधी फैसले ले रही है। इसी प्रकार का फैसला सरकार ने इस शैक्षणिक स्तर के शुरुआत में भी लिया था जिसमें सभी कोर्सेज की फीस दो से तीन हजार बढ़ा दी थी, लेकिन एसएफआई ने पूरे प्रदेश में इसके खिलाफ आंदोलन किया और बढ़ी हुई फीस को सरकार से वापस करवाया था।