चंबा में 65 प्रतिशत गर्भवतियों में खून की कमी

सुल्तानपुर में पोषाहार कार्यक्रम में बोले सीडीपीओ चंबा नीलम धीमान

चंबा –जिला चंबा में 65 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं खून की कमी से ग्रस्त है। और पचास प्रतिशत सामान्य महिलाएं खून की कमी से ग्रस्ति है। इसका मुख्य कारण महिलाओं का पोषाहार नहीं लेना है। यह बात सीडीपीओ चंबा नीलम धीमान ने ह्यमून टच सोसाइटी ने एनएसीई संस्था के सौजन्य से सुल्तानपुर में मौजूद प्रशिक्षण संस्थान में पोषाआहार पर आयोजित कार्यम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज का दौर इंस्टैंड कार्यों का दौर है, जिसमें 2 मिनट में फास्ट फूड परोस कर अपने बच्चों को देना बेहद सरल समझती है, लेकिन वे इस बात को अंजान होती हैं कि बच्चों के मानसिक व शारीरिक विकास पर इनका विपरित असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में हर कोई फास्ट फूड को द्गाथमिकता देता है। जिसका परिणाम यह है कि लोगों में अनीमिया अधिक मात्रा में पाया जाने लगा है। उन्होंने द्गशिक्षु युवतियों को जागरूक करते हुए कहा कि वे हरी सब्जियों के साथ फलों को अपने आहार में अधिक से अधिक मात्रा में शामिल करे। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ मां की स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है। उन्होंने कहा कि खून की कमी से कई द्गकार के रोग पैदा होते हैं तो साथ ही जो महिला पोषक आहार नहीं लेती है उसके गर्भ में पल रहें बच्चे पर उसका द्गभाव पड़ता है। इस मौके पर द्बूमन टच सोसाईटी के अध्यक्ष एवं द्गशिक्षण संस्थान की द्गार्चाय रेखा शर्मा ने मुख्यातिथि को स्मृति चिंह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर सुल्तानपुर आंगनबाड़ी केंद्ग की कार्यकर्ता, एनएसीई संस्था का द्गतिनिधि सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा। इस मौके पर द्गशिक्षु युवतियों ने जागरूकता रैली भी निकाली।बहरहाल, जिला चंबा में 65 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं खून की कमी से ग्रस्त है। और पचास प्रतिशत सामान्य महिलाएं खून की कमी से ग्रस्ति है। इसका मुख्य कारण महिलाओं का पोषाहार नहीं लेना है।