जस्टिस लोढा कमेटी की सिफारिशों को दरकिनार कर रहे अनुराग

मनाली- हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व महासचिव एवं जिला क्रिकेट संघ लाहुल-स्पीति के अध्यक्ष गौतम ठाकुर ने एचपीसीए के पूर्व अध्यक्ष व एचपीसीए कंपनी के प्रबंध निदेशक अनुराग ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह जस्टिस लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुसार चुनाव नहीं करवाना चाहते। अनुराग ठाकुर अपने छोटे भाई अरुण ठाकुर, जो कि एचपीसीए कंपनी के निदेशक को अध्यक्ष बनाने के लिए सभी नियमों को ताक पर रख रहे हैं। गौतम ने आरोप लगाया कि निदेशक हरियाणा निवासी आरपी सिंह ने, जो एचपीसीए के संविधान की  संशोधित प्रति बीसीसीआई के सीइओ तथा जस्टिस डीके जैन को भेजी है, वह अपने चहेते तथा रिश्तेदारों को ही एचपीसीए में काबिज रखने की गलत नीयत से भेजी है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस लोढ़ा के सिफारिशों के अनुसार न तो पूर्व रणजी खिलाडि़यों को इन चुनावों में बतौर सदस्य लिया गया है और न ही उन्हें वोट डालने का अधिकार दिया गया है। उन्होंने कहा कि एचपीसीए के अंतरिम कमेटी के सदस्य आरपी सिंह, जो लाहुल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ एडहोक कमेटी के संयोजक भी हैं, उन पर बाहरी राज्यों के खिलाडि़यों को वर्ष 2018 में लाहुल-स्पीति की वरिष्ठ टीम से खिलाने के लिए चयनकर्ताओं के माध्यम से लाखों रुपए की मांग करने का आरोप लगा था। अरुण धूमल और आरपी सिंह पिछले तीन सालों से एचपीसीए अंतरिम कमेटी के सदस्य हैं। वहीं एचपीसीए का संचालन अपनी मर्जी से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में एचपीसीए ऐसी संस्था बनी हुई है, जो एचपीसीए कंपनी के साथ 60 लोगों को बिना कंपनी का निदेशक बना चला रही है। जिला क्रिकेट संघों के अध्यक्ष तथा सचिव यह समझ नहीं पा रहे हैं कि वह किस हैसियत से एचपीसीए कंपनी के सदस्य हैं। पूर्व महासचिव एचपीसीए गौतम ठाकुर ने कहा कि वह अनुराग ठाकुर तथा अरुण धूमल को एचपीसीए के चुनाव असंवैधानिक तथा गैरकानूनी तरीके से करवाने नहीं देंगे। वह हर जिला की लड़ाई तथा पूर्व रणजी खिलाडि़यों के अधिकारों के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर कर जस्टिस लोढा कमेटी के सिफारिशों को लागू करने के लिए एचपीसीए के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर तथा अरुण धूमल को बाध्य करेंगे।