परिक्रमा यात्रा में उमड़ी भीड़

भारी तादाद में पहुंच रहे यात्री, मणिमहेश में उमड़ा आस्था का सैलाब

भरमौर – उपमंडल के होली से होने वाली मणिमहेश परिक्रमा यात्रा पर इस मर्तबा यात्रियों की भीड़ डल झील की ओर निकल रही है। होली में तीन नदियों के संगम स्थल त्रिवेणी घाट में माथा टेकने के बाद यात्रियों का डल की ओर जाने का क्रम गुरुवार को भी जारी रहा। जबकि डल से यात्रियों का लौटने का भी क्रम यहां पर जारी है। कुल-मिलाकर होली के कलाह गांव से होकर होने वाली मणिमहेश परिक्रमा यात्रा में यात्रियों का आंकडा साल दर साल बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि होली के कलाह गांव से होकर भी मणिमहेश के लिए रास्ता जाता है। प्राचीन काल से ही लोग इस रास्ते से होकर डल झील की ओर निकलते है और इसे मणिमहेश परिक्रमा यात्रा का नाम दिया गया है। होली के त्रिवेणी घाट में स्नान करने के उपरांत यात्री कलाह गांव से होकर जैल खड् तक पहुंच रहे है और यहां पर रात्रि ठहराव करने के बाद डल झील की ओर निकल रहे हैं। मणिमहेश परिक्रमा यात्रा समिति होली का कहना है कि हर वर्ष की तरह इस बार भी समिति की ओर से जैलखड्ड में लंगर का आयोजन किया गया है। साथ ही यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था भी की गई है। समिति का दावा है कि पिछले वर्षो की तुलना से कहीं अधिक संख्या में यात्री मणिमहेश परिक्रमा यात्रा करने इस मर्तबा निकले है। समिति का कहना है कि अगर प्रशासन यहां पर हडसर से होने वाली यात्रा की तर्ज पर सुविधाएं मुहैया करवाए, तो मणिमहेश परिक्रमा यात्रा में आने वाले यात्रियों की संख्या में ओर इजाफा होगा। जाहिर है कि कांगडा के अलावा मंडी जिला से भी हर वर्ष हजारों की तादाद में यात्री जालसू पास से होकर मणिमहेश परिक्रमा यात्रा करते है।