यूएन का पाकिस्तान को ठेंगा

संयुक्त राष्ट्र – जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से बौखलाए पाकिस्तान को अब संयुक्त राष्ट्र से भी बड़ा झटका लगा है। संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर मुद्दे को लेकर किसी भी तरह से मध्यस्थता करने से इनकार कर दिया है। यूएन का कहना है कि दोनों देश आप में बातचीत के जरिए इस समस्या का समाधान निकालें। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही तल्खी पर बयान देते हुए कहा है कि मैं इस बात पर स्पष्ट राय रखता हूं कि कश्मीर में मानवाधिकारों का पूरी तरह से सम्मान होना चाहिए और मैं इस बात पर स्पष्ट राय रखता हूं कि कश्मीर समस्या के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत एक आवश्यक तत्व है। यूएन महासचिव ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की कोई आवश्कता नहीं है। श्री गुटेरेस का बयान संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से पहले आया है। जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को समाप्त किए के जाने के भारत के कदम को पाकिस्तान की ओर से संयुक्त राष्ट्र महासभा में उठाने की योजना है। श्री गुटेरेस ने कहा कि हमारी क्षमता अपने कर्त्तव्यों से जुड़ी है और कर्त्तव्य तभी लागू कराए जा सकते हैं, जब पक्षकार इसे स्वीकार करें। दूसरी ओर यह समर्थन से जुड़ा है और समर्थन दिया जा चुका है और इसे जारी रखा जाएगा।