लद्दाख में त्योहार सा जश्न, 16600 फुट पार कर मनाली के तीन युवाओं ने बनाया रिकॉर्ड, गांव वालों ने खतग पहनाकर किया स्वागत
फिर इन्होंने बंधाई हिम्मत
प्रीतम, सुरेश और जय प्रकाश ने बताया कि सड़क की हालत कुछ जगह बहुत ही खराब थी। कुछ जगह रिपेयर करने के बाद जल्द ही यह सड़क आम गाडि़यों के लिए भी खुल जाएगी। उन्हें शिंकुला के नजदीक 70 आरसीसी के कमांडिंग ऑफिसर दीपक बिष्ट मिले, जिहोंने आगे जाने की हिम्मत बंधाई। जांगला गांव में जांस्कर के राजा रिगजिन दावा और रानी टशी लंगजोम ने भी अपने घर पर तीनों का जोरदार स्वागत किया।
दूर होंगी कई दिक्कतें
जांस्कर के लोगों को खरीददारी और हर जरूरी काम के लिए पूरे दिन के सफर के बाद करगिल या फिर दो दिन के सफर के बाद लेह आना पड़ता है। अधिकतर लोग गाड़ी और घोड़ों की मदद से सामान हिमाचल से लाते हैं। जांस्कर के अधिकतर बच्चे भी हिमाचल में पढ़ाई करते हैं। इस सड़क के दुरुस्त हो जाने के बाद अब लोग कुछ ही घंटों में लाहुल या मनाली पहुंच पाएंगे।
रच दिया इतिहास
38 बॉर्डर रोड टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि तीनों युवाओं ने गाड़ी से शिंकुला से जांस्कर पहुंचकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया है। उन्होंने बताया कि दारचा-शिंकुला सड़क चौड़ा व पक्का करने का काम युद्धस्तर पर चला हुआ है। जांस्कर स्थित बीआरओ की 126 आरसीसी के सेकेंड कमांडिंग ऑफिसर आशीष रंजन ने कहा कि वे इन युवाओं से मिले और उन्हें इस सड़क मार्ग को सर्वप्रथम पार करने का गौरव प्राप्त करने के लिए बधाई दी। इस अवसर पर कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने भी मनाली के तीनों युवाओं को बधाई दी।