शिमला में 30 किलोमीटर लंबी होगी रोप-वे लाइन, 31 स्टेशन बनेंगे

प्रदेश की राजधानी में ट्रैफिक समस्या हमेशा के लिए खत्म करने को कसरत, हवाई मार्ग से ही छह जंक्शन प्वाइंट होंगे स्थापित

शिमला – राजधानी शिमला में 30 किलोमीटर लंबी रोप-वे लाइन के 31 स्टेशन बनेंगे। शिमला शहर में 15 किलोमीटर के रेडियस में प्रस्तावित इस रज्जू मार्ग योजना के छह जंक्शन प्वाइंट बनेंगे। इसकी डीपीआर तैयार करने के लिए चेकोस्लोवाकिया के विशेषज्ञों की टीम शिमला पहुंच गई है। वेपकोस कंपनी के एक्सपर्ट्स ने गुरुवार को शिमला की सड़कों पर रज्जू मार्ग के टावरों के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। इस कंपनी ने शिमला, धर्मशाला तथा मनाली में ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए रज्जू मार्ग सेवा की संभावनाएं पुख्ता की हैं। पहले चरण में चेकोस्लोवाकिया के एक्सपर्ट्स की टीम शिमला पहुंची है। विशेषज्ञों का कहना है कि टुटू से लेकर ढली तथा शोघी से लेकर मालरोड तक पूरे शिमला शहर में 30 किलोमीटर की हवाई रज्जू मार्ग योजना बनेगी। इसके लिए बस स्टॉप की तर्ज पर शहर भर में 31 रोप-वे स्टेशन बनेंगे। अहम है कि इसके लिए हवाई मार्ग से ही छह जंक्शन प्वाइंट स्थापित किए जाएंगे। शिमला पहुंचे विशेषज्ञों ने खुलासा किया है कि इस परियोजना के बन जाने के बाद राजधानी शिमला के सर्कुलर तथा प्रतिबंधित रोड में ट्रैफिक की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी। शहरवासी भी बस या कार सेवा के बजाए रज्जू मार्ग से सिटी के भीतर यात्रा करेंगे। इससे हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को बूम मिलने की प्रबल संभावना है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की जयराम सरकार ने राज्य में हिमाचल प्रदेश रोप-वे ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन बनाई है। इसके लिए परिवहन विभाग के प्रधान सचिव जेसी शर्मा ने खूब कसरत की है। इसके बाद रोप-वे कारपोरेशन ने प्रदेश के तीन बड़े शहरों को धर्मशाला, शिमला और मनाली को यातायात से मुक्ति दिलाने के लिए रज्जू मार्ग परियोजना लांच की है। इस कड़ी में चेकोस्लोवाकिया के विशेषज्ञ दल डीपीआर के सर्वे में जुट गए हैं।

धर्मशाला के 30 किलोमीटर में बिछेगा जाल

धर्मशाला-मकलोडगंज के बीच 30 किलोमीटर की रोप-वे परियोजना का जाल बिछेगा। इसके तहत सकोह से लेकर धर्मकोट तथा बस अड्डा से लेकर सिद्धबाड़ी तक पूरे धर्मशाला में 25 रोप-वे स्टेशन बनेंगे। इसमें चार जंक्शन प्वाइंट रखने का प्रस्ताव है।

मनाली में स्थापित होंगे 23 स्टेशन

मनाली में 27.5 किलोमीटर लंबी रोप-वे परियोजना का निर्माण होगा। इसके लिए आलू ग्राउंड से लेकर सोलंग नाला तथा प्रीणी से लेकर मालरोड तक 23 स्टेशन स्थापित होंगे। इसके भीतर तीन जंक्शन प्वाइंट का प्रोपोजल है। इसके बाद मनाली शहर में भी ट्रैफिक समस्या छू-मंतर हो जाएगी।