सत्ता के लिए कांग्रेस ने बिगाड़ी शिक्षा व्यवस्था

सुरेश भारद्वाज का आरोप, बिना बजट और स्टाफ  खोल दिए स्कूल-कालेज

पांवटा साहिब – शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का कहना है कि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए शिक्षा व्यवस्था का हाल बिगाड़ कर रख दिया है। जीतने के लिए आनन-फानन में इतने शिक्षण संस्थान खोल दिए कि पूरी व्यवस्था पटरी से उतर गई। बावजूद इसके कांग्रेस हार गई, लेकिन कांग्रेस सरकार द्वारा बिगाड़ी गई शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने में सरकार को समय लग रहा है। पांवटा साहिब में शिक्षा व कानून मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कालेजों, स्कूलों में अध्यापकों और प्राध्यापकों के पद रिक्त होने का ठीकरा पिछली कांग्रेस सरकार के सिर फोड़ा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व की वीरभद्र सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए बिना बजट और बिना स्टाफ  का इंतजाम किए कालेज और स्कूल खोल दिए। इस दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज पूर्व कांग्रेस सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने राजनीतिक लाभ के लिए बिना योजना के स्कूल और कालेज खोलने की घोषणाएं कीं। इन स्कूल-कालेजों के लिए बजट पारित नहीं किए गए थे और न ही माकूल स्टाफ  सरकार के पास था। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके भाजपा सरकार ने 16 कालेज चालू रखें। ऐसे हालात में अध्यापकों की कमी रहेगी, लेकिन सरकार इसके लिए जल्द व्यवस्था करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि खाली पड़े पदों को जल्द भरा जाएगा। शिक्षा मंत्री ने बताया कि स्कूली बच्चों की वर्दियां सभी जिलों में भिजवा दी गई हैं, जो जल्द बच्चों को उपलब्ध हो जाएंगी। संगड़ाह कालेज में स्टाफ  की कमी के चलते छात्रों की हड़ताल के मामले पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें इस हड़ताल की जानकारी नहीं है, लेकिन यदि हालात ऐसे हैं तो जल्द दुरुस्त किए जाएंगे। कालेज अपने स्तर पर भी गेस्ट फैकल्टी टीचर के तौर पर खाली पड़े पदों पर प्राध्यापक रख सकते हैं। इस तरीके से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज रविवार को नघेता स्कूल भवन के शिलान्यास के लिए पांवटा साहिब पहुंचे थे। इससे पूर्व उन्होंने वाई प्वाइंट पर साई मार्ट का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रदेश विज्ञान अध्यापक संघ के प्रदेश प्रधान अजय शर्मा की अगवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने भी मंत्री से मुलाकात की।