22 दिन पहले फूट गया था बम

रविंद्र रवि के दावे से आया नया मोड़, पहली बार खुलकर रखा पक्ष

पालमपुर – प्रदेश में चर्चा का विषय बन चुके और भाजपा में बवाल मचा चुका पत्र क्या सोशल मीडिया पर डाले जाने से 22 दिन पहले का है। इस सारे मामले में जांच के घेरे में आ चुके पूर्व मंत्री रविंद्र रवि का तो यही दावा है, जिससे मामले में नया मोड़ आ गया है। इस चर्चित मसले पर पहली बार पूर्व मंत्री रविंद्र रवि ने खुलकर अपना पक्ष रखते हुए इसके माध्यम से उनको टारगेट किए जाने का आरोप भी जड़ा है। बकौल रविंद्र रवि सोशल मीडिया पर सामने आने से करीब 22 दिन पहले कुछ लोगों ने इस तरह के पत्र की जानकारी दी थी। रवि ने कहा कि जिसने भी यह काम किया है, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार, पुलिस व प्रशासन को इस प्रकरण की तह तक जाना चाहिए व दूध का दूघ और पानी का पानी होना चाहिए। इसकी गहराई से जांच हो कि इसे चलाया किसने। पत्र में लगे आरोपों के बारे में रवि ने कहा कि इस पर क्या करना है, वह सरकार को देखना है। उन्होंने कहा कि उनके एक सहयोगी को जानबूझ कर तंग किया गया। रवि ने हैरानी जताई कि इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर उनके बारे में काफी कुछ कहा जा रहा है। रवि ने कहा कि उनको जनता ने आराम करने का निर्णय दिया था, वह तब से अपने काम में व्यस्त थे, लेकिन इस मामले ने एक बार फिर उनको पूरे प्रदेश की जनता के सामने ला दिया है।

यह है सारा मामला

कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हुआ था। पत्र भाजपा के ही एक कार्यकर्ता की आईडी पर था, जिसमें शांता कुमार को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार के मंत्रियों पर कई तरह के आरोप लगे थे। मामले में मंडल भाजपा ने संबंधित कार्यकर्ता को पार्टी से बाहर कर दिया, वहीं उस कार्यकर्ता के साथ पूर्व मंत्री का फोन भी जब्त किया। बीते दिनों पुलिस ने इस मामले में रविंद्र रवि से एक घंटे तक पूछताछ भी की है।