आफिस के साथ बच्चों की जिम्मेदारी

कामकाजी महिलाओं को हमेशा आफिस और बच्चों की जिम्मेदारियों के बीच तालमेल बिठाने में मुश्किल होती है। अगर वो बच्चों का ध्यान रखती हैं तो आफिस के काम छूटने लगते हैं और अगर आफिस के काम को तवज्जों दें तो बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाती हैं, लेकिन घबराइए नहीं, इन मुश्किलों के बीच भी आप खुद को स्थिर कर बच्चों और आफिस की जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकती हैं। आइए जानें कैसे।

प्राथमिकता तय करें- सबसे पहले तो यह जरूरी है कि आप इस बात पर स्पष्ट रहें कि आखिर आप अपनी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर क्या रखती हैं। यदि आपकी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर बच्चा है, तो फिर इस बात पर विचार करें कि बच्चे की देखभाल के बारे में आप किन-किन चीजों पर ध्यान देंगी और किस सीमा तक उसके साथ समझौता कर सकती हैं।

संतुलन बनाएं- यदि आप अपने काम से भी प्यार करती हैं और बच्चे से संबंधित अपनी नई जिम्मेदारी के साथ किसी भी तरह अपने काम का बैलेंस बनाना चाहती हैं, तो इस बात पर इत्मीनान से गौर करें कि क्या वाकई आपका सपोर्ट सिस्टम इतना अच्छा है कि आप भरोसा कर सकती हैं।

आफिस का चुनाव करें- इसके साथ ही शुरुआती सालों में आप यह कोशिश भी कर सकती हैं कि किसी ऐसी कंपनी में काम करें, जहां एक मां के तौर पर आपकी जिम्मेदारी के प्रति भी संवेदनशीलता बरती जाती हो। काम के घंटे अपेक्षाकृत कम और दफ्तर का समय थोड़ा लचीला हो। यदि इस तरह की सुविधा और स्वतंत्रता आपको मिलती है तो आप बहुत इत्मीनान से दोनों के बीच संतुलन बना सकती हैं।

प्लानिंग करें- अपने हर काम की योजना बनाएं, जिससे आपका समय बर्बाद न हो और न ही आप पर दबाव बने।