एक-दूसरे के रूठों को तोड़ने का सियायी खेल

धर्मशाला  –  धर्मशाला में चुनाव प्रचार हर दिन नए नए रंग बदल  रहा है। सुधीर व कपूर का चुनाव मैदान में सीधा दखल न होने से अब राजनीतिक दल उनके समर्थकों या फिर रूठों को तोड़ने के लिए गुप्त बैठकें कर रहे हैं। जब कहीं खुलासा हो रहा है, तो डैमेज कंट्रोल के लिए भी टीमें पहुंच रही हैं। सतापक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार को धर्मशाला में रणनीतिकार बनाकर बिठाया है तो विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन भरने के बाद डेरा डाल दिया है। अग्निहोत्री चुनावों को प्रभावित करने वाले हर व्यक्ति से अलग अलग बैठकें कर रहे हैं। उधर, शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने भी मोर्चा संभाल लिया है, तो दूसरी ओर भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा भी धर्मशाला पहुंच गए हैं। धर्मशाला को जीतने के लिए भाजपा व कांग्रेस एक दूसरे को मात देने के लिए खूब सियासी खेल खेल रहे हैं। जोड़-तोड़ के बीच जब कहीं से संबंधित पार्टी को भनक लग रही है, तो डैमेज कंट्रोल के लिए तैनात नेता उन्हें पार्टी व संगठन के सिधांतों को समझाने पहुंच जा रहे हैं, लेकिन बदले दौर में मतदाता खामोश है, सबकी हां में हां मिला रहे है।

अलग से बैठकों का दौर शुरू

धर्मशाला उपचुनाव में पहली बार भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी एक ही समुदाय के आने के बाद अन्य जातियों के नेताओं ने भी अलग-अलग बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। शहरी क्षेत्र में भले ही लोग अलग तरह की राजनीति कर रहे हों, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में माहौल कुछ जुदा ही बन रहा है।