एक नजर

जर्मनी में सुरेंद्र चमके, तीन रिकार्ड

बर्लिन। भारत के सुरेंद्र सिंह ने जर्मनी में चल रही वर्ल्ड पॉवरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में अपने दम-खम का जलवा दिखाते हुए तीन विश्व रिकार्ड बना कर देश को गौरवान्वित कर दिया। सुरेंद्र ने 110 किग्रा क्लासिक-रा वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया तथा क्लासिक-रा और सिंगल प्लाई में सर्वोत्तम लिफ्टर के पुरस्कार जीते। तीन बार के विश्व चैंपियन मुकेश सिंह ने अंतरराष्ट्रीय कोच द्रोणाचार्य भूपेंद्र धवन के अनुभवी निर्देशन में स्वर्ण पदक जीतकर चार बार विश्व चैंपियन कहलाने का गौरव प्राप्त किया। भारतीय खिलाड़ी द्रोणाचार्य भूपेंद्र धवन के मार्गदर्शन में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। निरपाल सिंह ने 110 किग्रा क्लासिक-रा वर्ग में रजत पदक तथा मनप्रीत ने 100 किग्रा क्लासिक-रा में स्वर्ण पदक जीत कर भारतीय पदकों की संख्या को बढ़ाया। कुल मिला कर भारतीय खिलाड़ी चार स्वर्ण पदक और एक रजत पदक जीत चुके हैं। अब इसके बाद सिंगल स्पर्धाएं होंगी।

भारत को सिर्फ दो ओलंपिक कोटा

दोहा। भारत का विश्व एथलेटिक्स प्रतियोगिता में निराशाजनक अभियान तीन फाइनल और दो ओलंपिक कोटा के साथ समाप्त हुआ। भारत ने इस प्रतियोगिता में 27 सदस्यीय टीम उतारी थी जिनमें से चार गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम, पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज और महिला भाला फेंक में भारत फाइनल में पहुंच सका। इन तीन फाइनल में चार गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम और स्टीपलचेजर अविनाश साब्ले ने ओलंपिक टिकट हासिल किया, जबकि भाला फेंक एथलीट अनुरानी ने आठवां स्थान हासिल किया। भारत की रिले टीम ने फाइनल में जगह बनाने के साथ टोक्यो ओलंपिक 2020 का टिकट भी हासिल किया।