घाटी में 70 दिन बाद बजा मोबाइल

पर्यटकों की आवाजाही के चलते पोस्टपेड मोबाइल सेवा शुरू

श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर के 10 जिलों में पोस्टपेड मोबाइल सेवा सोमवार दोपहर को बहाल कर दी गई। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर पांच अगस्त से सभी मोबाइल और लैंडलाइन सेवाएं बंद कर दी गई थीं। राज्य के प्रधान सचिव रोहित कंसल के मुताबिक, सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया है। घाटी में लैंडलाइन सेवा पहले ही चालू हो चुकी है। कंसल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 99 फीसदी इलाकों में आवाजाही पर प्रतिबंध हटा लिया गया है। जम्मू, लद्दाख और कुपवाड़ा में मोबाइल सेवाएं पहले ही शुरू हो गई हैं। 16 अगस्त से प्रतिबंधों में धीरे-धीरे कमी की गई है। सितंबर के पहले सप्ताह तक अधिकांश प्रतिबंध हटा दिए गए थे। प्रधान सचिव के मुताबिक, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सात अक्तूबर को पर्यटकों के लिए जारी दो महीने पुरानी एडवाइजरी को वापस लेने के निर्देश दिए थे। इसके बाद 10 तारीख से पर्यटक कश्मीर में पहुंचने लगे हैं। इसी के चलते मोबाइल सेवा फिर से बहाल करने का फैसला लिया गया है। उधर, डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल राज्य में नफरत फैलाने के लिए भी किया जा सकता है। स्थानीय पुलिस फर्जी खबरों पर नजर रखेगी। साथ ही संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की जाएगी। किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों पर पैनी नजर होगी। आंकड़ों के मुताबिक घाटी में 40 लाख से अधिक पोस्टपैड मोबाइल फोन सेवा अब काम करने लगेगी, जिससे आम लोगों और सुरक्षा बल के जवानों को राहत  मिलेगी तथा वे अपने परिजनों से संपर्क कर सकेंगे।