जीएसटी केंद्र का पागलपन

शिमला में बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यन स्वामी ने अपनी ही सरकार घेरी

शिमला  – केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यन स्वामी ने सरकार का पागलपन करार दिया। शिमला में शनिवार को एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए स्वामी ने कहा कि जीएसटी को खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि वह राम मंदिर के आंदोलन से पहले से ही कहते आ रहे हैं कि राम मंदिर को तोड़ा गया। उसको पुराने स्वरूप में लाएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि कोर्ट का फैसला हिंदुओं के पक्ष में आएगा। हिंदुओं के पक्ष में नहीं आया, तो उनकी पेटिशन पेंडिग पड़ी है। दूसरा काशी विश्वनाथ मंदिर व कृष्ण जन्मभूमि मथुरा भी हिंदुओं के मंदिर है, जहां मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई हैं। अब न्यायालय का फैसला आने के बाद सरकार यहां मस्जिद तोड़कर मुस्लिमों को मुआवजा दे, ताकि मंदिरों को इनको पुराने रूप में लाया जाए। इसमें हिंदुओं का मूलभूत अधिकार है। वहीं, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ब्लूचिस्तान को लेकर ह्यूमन राइट केंद्र खोले गए है। भारत में भी ऐसा केंद्र खोला जाए। स्वामी ने गोडसे को लेकर कहा कि गांधी जी की हत्या के बाद किसी व्यक्ति ने एफआईआर दर्ज की थी, जबकि उस वक्त पुलिस भी मौके पर मौजूद थी, तो पुलिस ने क्यों नहीं एफआईआर दर्ज करवाई। उन्होंने दावा किया कि गांधी जी की उस वक्त मौत नहीं हुई थी, तो फिर उनको हॉस्पिटल में न ले जाकर तुगलक रोड में ले जाया गया, जहां 40 मिनट बाद उनकी मौत हुई थी। वहीं, बुलेट भी गोडसे की रिवाल्वर से मैच नहीं की थी।