टीएमसी में स्क्रब के छह नए केस

टांडा में अब तक तीन लोगों की जान ले चुकी है बीमारी

कांगड़ा – टांडा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में शुक्रवार को छह और मरीजों में स्क्रब टायफस बीमारी की पुष्टि हुई है। वहीं, अब तक यहां स्क्रब टायफस के कारण तीन मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें दो मरीज जिला कांगड़ा, जबकि एक हमीरपुर जिला से सबंध रखने वाला है। वहीं, टीएमसी में अभी तक स्क्रब टायफस से ग्रसित मरीजों के पहुंचने का आंकड़ा भी 183 पहुंच चुका है। प्रदेश भर में इस रोग के मरीजों की संख्या 1148, जबकि 12 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। पिस्सू के काटने से फैलने वाले स्क्रब टायफस रोग ने हिमाचल में अभी भी अपना कहर जारी रखा है। प्रदेश भर में प्रतिदिन इस रोग के मरीज सामने आ रहे हैं। इस रोग से सर्वाधिक प्रभावित बिलासपुर जिला हैं। हिमाचल के स्वास्थ्य संस्थानों में 9477 से अधिक मरीजों के टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 1148 मरीजों में स्क्रब बीमारी की पुष्टि हुई है। इसमें सर्वाधिक 320 मरीज बिलासपुर, चंबा में 22, हमीरपुर में 205, कांगड़ा में 117, कुल्लू में 41, किन्नौर में एक, शिमला में 155, सोलन में 71, मंडी में 163, सिरमौर में 14, ऊना में 35 तथा आइजीएमसी में चार मरीज सामने आए हैं। इस बीमारी के चलते शिमला में पांच मौतें, मंडी तथा कांगड़ा में दो-दो तथा बिलासपुर, किन्नौर तथा हमीरपुर जिला के एक-एक मरीज की मृत्यु हुई है। टीएमसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. सुरिंद्र सिंह भारद्वाज ने बताया कि स्क्रब टायफससे ग्रस्त तीन मरीजों की मृत्यु टांडा अस्पताल में हुई है। अभी तक अस्पताल में स्क्रब टायफस से ग्रस्त मरीजों के पहुंचने का आंकड़ा 183 पहुंच चुका है। अस्पताल में ज्यादातर मरीज चंबा जिला के पहुंच रहे हैं। अस्पताल में मरीजों को दवाइयों सहित अन्य उपचार सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।