डीसी सिरमौर के खिलाफ होगी जांच

शिमला – हिमाचल के चुनाव विभाग ने कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई शिकायत पर जिलाधीश सिरमौर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। कांग्रेस ने डीसी पर सरकार के दवाब में काम करने और आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। लिखित रूप में इसकी शिकायत की गई है, जिसके बाद चुनाव विभाग ने मंडलायुक्त को इस मामले में जांच करने को कहा है। इसकी रिपोर्ट पांच दिन में देने को कहा गया है। आचार संहिता के दौरान पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में पाइपें बांटने को लेकर यह विवाद उठा है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए राज्य चुनाव विभाग को इसकी शिकायत की। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि डीसी सिरमौर आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, जिन्हें आईपीएच विभाग द्वारा पाइपें बांटने की शिकायत की गई थी, लेकिन उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में कांग्रेस ने डीसी के खिलाफ ही कार्रवाई मांग ली। चुनाव विभाग ने मंडलायुक्त शिमला को जांच का जिम्मा सौंपा है। इसके अलावा आईपीएच व बिजली बोर्ड को भी नोटिस जारी कर स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें पूछा गया है कि ये पाइपें किस योजना के तहत आबंटित की जा रही थीं। क्या यह काम पहले से अलॉट था या नया काम है। इस पर स्थिति स्पष्ट करें। मंडलायुक्त को पांच दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है। कांग्रेस की ही दूसरी शिकायत पर चुनाव आयोग ने पाइप व पोल मामले में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग तथा बिजली बोर्ड से जवाब तलब किया है। आरोप है कि सरकार के एक मंत्री गांव में जाकर दो दिन के भीतर पानी का कनेक्शन देने के दावे कर रहे हैं। एक किसान को पॉलीहाउस देने की बात कही गई है। कांग्रेस कार्यकताओं ने मंगलवार को पाइपों से भरे ट्रक को पकड़ा है। कांग्रेस को शंका है कि इन पाइपों का वितरण मतदाताओं को रिझाने के मकसद से किया जा रहा है। पाइपों से भरे ट्रक के पकड़े जाने पर ट्रक ड्राइवर सही से जवाब नहीं दे पाया है। इसी तरह कांग्रेस ने चुनाव आचार संहिता के दौरान बिजली के पोल लगाने का भी आरोप लगाया है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने इसकी पुष्टि की है।