दलाईलामा को दें गांधी शांति पुरस्कार

सैनिक लीग के अध्यक्ष मनकोटिया ने मोदी, शाह व जयराम को लिखी पाती

धर्मशाला     – भारत रत्न की मांग के बाद अब तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा के लिए अंतरराष्ट्रीय गांधी शांति पुरस्कार देने की मांग उठी है। पूर्व मंत्री एवं भारतीय पूर्व सैनिक लीग के प्रदेश अध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र भेजे हैं। मंगलवार को धर्मशाला में मनकोटिया ने कहा कि तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा पूरे विश्व में शांति के दूत माने जाते हैं। उन्हें शांति के लिए सबसे बड़ा नोबल सम्मान मिल चुका है, ऐसे में पहले जहां उनके लिए भारत रत्न देने की मांग उठी थी वहीं, अब महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उन्हें गांधी शांति पुरस्कार दिया जाना चाहिए। उन्होंने पत्र में मांग की है कि धर्मशाला में सात व आठ नवंबर को होने वाले ग्लोवल इन्वेस्टर मीट से पूर्व प्रधानमंत्री धर्मगुरु दलाईलामा को गांधी शांति पुरस्कार देने की घोषणा करें। मनकोटिया ने कहा कि प्रदेश सरकार भले ही आज धर्मशाला में ग्लोवल इन्वेस्टर मीट करवा रही है, लेकिन धर्मगुरु ने धर्मशाला को कई वर्ष पहले ही वैश्विक पहचान दिला दी है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इन्वेस्टर मीट में दलाईलामा को आमंत्रित किया जाए।  अभी तक विश्व भर के 27 महान विभूतियों को इस पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। इस मौके पर निर्वासित तिब्बत सरकार के सांसद दावा छेरिंग सहित अन्य तिब्बती अधिकारी भी मौजूद थे। 

प्रधानमंत्री को दिखानी होगी इच्छाशक्ति 

धर्मगुरु दलाईलामा को गांधी शांति पुरस्कार देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वैसी ही इच्छाशक्ति दिखानी पड़ेगी, जैसे उन्होंने 370 हटा कर दिखाई है। उन्होंने कहा कि भारत को इसके लिए चीन के दबाव में आने की आवश्ययकता नहीं है। चीन कश्मीर मामले में जब खुलकर भारत का साथ नहीं दे रहा है, तो भारत को भी दलाईलामा को गांधी शांति पुरस्कार देकर अपना दम दिखाना चाहिए।