शिमला – दिवाली के दौरान भले की प्रदेश के लगभग सभी क्षेत्रों में वायु शुद्धता बिगड़ी है, लेकिन हिमाचल के शुद्ध वातावरण को बिगाड़ने में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दिवाली क ी रात पटाखों का ज़हर प्रदेश में वर्ष दर वर्ष कम नहीं हो रहा, बल्कि बढ़ता ही जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पहली बार तुलनात्मक एयर क्वालिटी इंडेक्स रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। तीन वर्षों की कंपाइल की गई रिपोर्ट का तुलनात्मक अध्ययन सामने आया है कि प्रदेश के 11 मुख्य शहरों में आरएसपीएम में छह शहरों की हालत काफी भयावह निकली है, जिसमें शिमला, परवाणु, धर्मशाला, डमटाल, पांवटा और कालाअंब में ये स्तर बीते तीन वर्षों में बढ़ता देखा गया है। परवाणु और पांवटा में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया है। इस वर्ष की दिवाली की रिपोर्ट पर गौर करें तो शिमला में 90.3 आरएसपीएम, परवाणू का 191.3, धर्मशाला में 113.7, डमटाल में 77.7, पावंटा में 156.3 और कालाअंब में 96.2 आरएसपीएम दर्ज किया गया है। जिन पांच शहरों में यह स्तर कम हुआ है, उसमें ऊना में 78.8, सुंदरनगर 112.7, बद्दी 110.0, नालागढ़ 92 आरएसपीएम और मनाली 120.8 आरएसपीएम दर्ज किया गया है। इस वर्ष की दिवाली में कुल 11 प्रमुख शहरों की रिपोर्ट में छह में हर वर्ष में बढ़ोतरी और पांच में थोड़ा सुधार हुआ है।
हिमाचल के शहरों में प्रदूषण की तुलनात्मक रिपोर्ट
शहर मॉनिटरिंग लोकेशन 2017 2018 2019
शिमला ओल्ड बस स्टैंड 78.9 76.0 90.3
परवाणू परवाणू सेक्टर-4 78.3 171.0 191.3
धर्मशाला दाड़ी 48.0 112.0 113.7
डमटाल राम गोपाल मंदिर 67.0 74.0 77.7
पांवटा पांवटा साहिब 95.0 104.1 156.3
कालाअंब त्रिलोकपुर 108.3 86.9 96.2
ऊना ऊना 76.3 102.6 78.8
सुंदरनगर ऑफिस बिल्डिंग 86.4 144.0 112.7
बद्दी हाउसिंग बोर्ड 223.5 248.0 110.0
नालागढ़ एमसी नालागढ़ 181.0 221.0 92.0
मनाली नेहरू पार्क 69.0 207.5 120.8