देश की पहली नेत्रहीन महिला आईएएस प्रांजल बनीं तिरुवनंतपुरम की सब-कलेक्टर

तिरुवनंतपुरम – देश की पहली नेत्रहीन महिला आईएएस अफसर प्रांजल पाटिल ने सोमवार को तिरुवनंतपुरम में सब- कलेक्टर के तौर पर पदभार संभाल लिया। महाराष्ट्र के उल्हासनगर की निवासी प्रांजल केरल कैडर में नियुक्त होने वाली पहली दृष्टि बाधित आईएएस अफसर हैं। पाटिल की दृष्टि जन्म से ही कमजोर थीं, लेकिन छह वर्ष की उम्र में उनकी दृष्टि पूरी तरह से खत्म हो गई, लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी और जीवन में कुछ करने की लगन लेकर वह आगे बढ़ती रहीं। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की सिविस सेवा परीक्षा में 773वां रैंक हासिल किया है।  प्रांजल ने मुबंई के दादर स्थित श्रीमति कमला मेहता स्कूल से पढ़ाई की है। यह स्कूल प्रांजल जैसे खास बच्चों के लिए था। ग्रेजुएशन के दौरान प्रांजल और उनके एक दोस्त ने पहली दफा यूपीएससी के बारे में एक लेख पढ़ा। प्रांजल ने यूपीएससी की परीक्षा से संबंधित जानकारियां जुटानी शुरू कर दीं। उस वक्त प्रांजल ने किसी से जाहिर तो नहीं किया, लेकिन मन ही मन आईएएस बनने की ठान ली। प्रांजल ने आंखों से अक्षम लोगों के लिए बने एक खास सॉफ्टवेयर जॉब एक्सेस विद स्पीच की मदद ली।