नशे पर रोक लगाना बेहद जरूरी

प्रकाश चौहान, मंडी

प्रदेश के अंदर नशा लोगों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बन चुका है। प्रदेश के अंदर हर रोज दस के करीब मामले नशे से संबंधित दर्ज किए जा रहे हैं। सरकार नशे के कारोबार को रोकने के लिए बहुत से कदम उठा रही है, परंतु यह कारोबार रुकने के बजाय बढ़ता जा रहा है। आखिरकार क्यों यह नशे का कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ वर्षों से बहुत से युवक नशे की लत के कारण अपनी जान गंवा बैठे और वर्तमान में यह संख्या सैकड़ों में पहुंच चुकी है। हिमाचल पुलिस ने वर्ष 2018 में 1300 से ज्यादा मामले दर्ज किए। स्कूलों व कालेजों में पढ़ने वाले युवा इन मामलों में ज्यादातर संलिप्त पाए जा रहे हैं । वर्ष 2019 में सैकड़ों युवा चिट्टे के मामलों में संलिप्त पाए गए तथा बहुत से युवाओं की इस नशे का ज्यादा प्रयोग करने से मृत्यु हो गई।   सरकार को अब इस मृत्यु के कारोबार पर प्रतिबंध लगाना ही होगा। अगर इस कारोबार को जल्द से जल्द न रोका गया तो युवाओं का भविष्य बहुत खराब हो जाएगा।