भाजपा-कांग्रेस की मत प्रतिशतता घटी

सबक लेना होगा, लोकप्रियता के ग्राफ में आई भारी कमी

शिमला – उपचुनाव में दोनों मुख्य दलों का वोट प्रतिशत कम होना इनके लिए चिंता की बात है। भले  ही भाजपा इस चुनाव में जीती है, मगर दोनों विस क्षेत्र में उसका वोट प्रतिशत कम हुआ है। धर्मशाला में कांग्रेस का वोट प्रतिशत सीधे-सीधे 30 फीसदी तक कम हो गया है। उपचुनाव ने मतदाताओं के रूझान दोनों दलों के सामने ला दिए हैं। हार और जीत का पहलू अलग है, लेकिन जिस तरह से दोनों दलों के वोट प्रतिशत में कमी आई है उससे इनकी लोकप्रियता का ग्राफ दिख रहा है। धर्मशाला में विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन प्रत्याशी व वर्तमान में सांसद किशन कपूर ने 45.52 फीसदी वोट लिए थे, जबकि विशाल नैहरिया को यहां पर  44.41 फीसदी वोट मिले, लिहाजा इसमें कमी आई है। इसके विपरीत यहां पर कांग्रेस को 15.52 फीसदी ही वोट मिले, जिसका 30 फीसदी वोट बैंक कम हुआ है। उधर, पच्छाद में भाजपा के सुरेश कश्यप ने तब विधानसभा चुनाव में 54.26 फीसदी वोट लिए थे, जबकि रीना कश्यप ने 40.85 फीसदी वोट ही हासिल किए। इससे यहां पर भाजपा के वोट प्रतिशत का पता चलता है, जो कम हुआ है। इसी तरह से यहां पर कांग्रेस का वोट प्रतिशत सात फीसदी तक कम हुआ है, जिसका उसे नुकसान झेलना पड़ा।

निर्दलियों की तरफ रुझान

हिमाचल में भी निर्दलीय उम्मीदवारों की तरफ मतदाताओं का रूझान बढ़ने लगा है। राष्ट्रीय राजनीति में यही दोलों बड़े दल हैं और प्रदेश की राजनीति में भी इन्हीं का सिक्का चलता है। ऐसे में मतदाताओं का रूझान इनके प्रति कम होने लगा है। विधानसभा के दंगल में कोई मजबूत निर्दलीय मिले तो दोनों पार्टियों के मतदाता इनसे छिटक जाएंगे।