मंत्री उपचुनाव में, छुट्टी पर अधिकारी-कर्मचारी

शिमला – विधानसभा उपचुनाव में व्यस्त सरकार का सचिवालय सूना पड़ गया है। यहां शिमला में तीन दिन की लगातार छुट्टियों के बाद चौथे दिन भी अवकाश का ही माहौल रहा। राज्य सचिवालय का सूनापन इन दिनों नहीं टूट रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक दिन के लिए बीच में यहां आ पाते हैं, लेकिन उनका कोई भी मंत्री यहां पर मौजूद नहीं रहता। सभी मंत्री उपचुनाव में जुटे हैं। यहां तक कि अब स्थानीय विधायक एवं शिक्षा मंत्री के भी सचिवालय में दर्शन नहीं हो रहे हैं, वह भी उपचुनाव में डटे हैं। एक तरफ जहां सचिवालय में मंत्री नहीं हैं, तो दूसरी ओर अफसरशाही भी नदारद है। यहां मुख्य सचिव के अलावा उद्योग विभाग से जुडे़ अधिकारी तो रोजाना बैठकों में मशरूफ हैं, मगर इनके अलावा भी गिने चुने दो या तीन आला अधिकारी ही मौजूद रहते हैं। बुधवार को भी सचिवालय में ऐसा ही हाल था, जबकि इससे पहले तीन दिन की यहां पर लगातार छुट्टी थी। दो दिन सार्वजनिक अवकाश तो एक दिन लोकल होलिडे था। सचिवालय की तरह ही दूसरे सरकारी महकमों का भी हाल यही है। यहां पर स्थित मुख्यालयों में कोई अधिकारी छुट्टी पर है, तो कोई टूअर पर निकला हुआ है। ऐसे में काम किससे करवाएं यह पता नहीं चलता, क्योंकि संबंधित लोग अवकाश पर चल रहे हैं। बताया जाता है कि अधिकांश कर्मचारी यहां पर अब सोमवार से ही मिलेंगे, जो कि एक-एक हफ्ते की लंबी छुट्टियों पर गए हैं। बेशक सरकार उपचुनाव में व्यस्त है, मगर अफसरशाही के लिए तो कोई चुनाव नहीं। ऐसा यहां आने वाले लोग कहते हैं, जो लगातार यहां पर काम करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। चर्चा यह भी है कि अब सरकार उप चुनाव में व्यस्त है और इसके बाद इन्वेस्टर मीट में व्यस्त हो जाएगी, जिसके बाद फिर विधानसभा का विंटर सेशन आ जाएगा। पूरा कार्यक्रम अभी से तय हो चुका है। ऐसे में लोग अपने सरकारी काम करवाने को लेकर आशंकित हैं।

एडवांस में छुट्टियां

इन्वेस्टर मीट में पूरी की पूरी अफसरशाही को शामिल किया गया है, क्योंकि यह महाआयोजन होगा। यह भी एक कारण है कि फिर 23 अक्तूबर के बाद अधिकारियों को छुट्टियां नहीं मिलेंगी, लिहाजा वे लोग पहले ही अवकाश काट रहे हैं। क्योंकि बाद में छुट्टियां नहीं मिलेंगी, इसलिए उन्होंने अपना एडवांस शेड्यूल बना रखा है। इस वजह से शिमला में सचिवालय सूना पड़़ा है, वहीं विभागीय मुख्यालयों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है।