विशेष बच्चें की पेस्ट्री… क्या बात है

शिमला  – विशेष बच्चों के हाथों से बना बेकरी का सामान आपके घर की मिठास बढ़ाएगा। भले ही वह बोल नहीं पाते और सुन भी नहीं सकते, लेकिन उनके बने बेकरी के स्वाद का दिवाना हिमाचल ही नहीं, बल्कि पर्यटक भी हो गए हैं। शिमला के ढली स्कूल के विशेष बच्चों द्वारा दिवाली के उपलक्ष्य पर शिमला के आशियाना रेस्तरां में एक स्टॉल लगाया गया है, जिसमें नौवीं से बारहवीं कक्षा के विशेष बच्चों द्वारा बने केक, पेस्ट्री को बेचा जा रहा है, जिसमें बीस दिन के भीतर लगभग बीस हजार पीस बिक चुके हैं। यह रिकार्ड काफी बेहतर बताया जा रहा है। कौशल विकास के तहत बच्चों को ट्रैंड किया गया है, जिसमें उन्हें बेकरी के सामान बनाने की ट्रेनिंग करवाई गई है। बताया जा रहा है कि बच्चों को वाइल्ड फ्लावर हॉल के कुक के द्वारा ट्रेनिंग करवाई गई है। विशेष बच्चों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए  यह ट्रेनिंग करवाई गई है। बताया जा रहा है कि स्कूल में उनके लिए बेकरी के नाम से एक एकाउंट खोला गया है, जिसमें इससे आने वाले पैसे को जमा करवाया जाएगा। इसके बाद इसी एकाउंट के माध्यम से स्कूल में समय दर समय किसी विशेष त्यौहार से इस फंड के माध्यम से बच्चों को बेकरी से बने उत्पादों को बनाना सिखाया जाएगा। इस योजना के माध्यम से बच्चों के मन में एक उत्साह भी पैदा किया जा रहा है। यह भी देखा जा रहा है कि शिमला के आशियाना रेस्त्रां में विशेष बच्चों द्वारा इन उत्पादों की स्वयं ही बिक्री की जा रही है, जिसे देखकर पर्यटक भी उनकी पीठ थपथपा रहे हैं। बच्चों का भी यह मानना है कि इस तरह के बेकरी उत्पाद बनाकर उनके बेहतर स्वाद के बारे में कई लोग दूसरे दिन भी बधाई देकर जाते हैं और इसे बनाने से पैरों पर खड़े होने की एक सकारात्मक सोच भी आती है। उधर, विशेष बच्चों के स्कूल ढली के प्रिंसीपल धर्मपाल राणा ने बताया कि नौवीं कक्षा से बारहवीं कक्षा के विशेष बच्चों के बेकरी से बने उत्पाद का स्वाद क ाफी लोगों द्वारा पसंद किया जा रहा है। इन बच्चोंं को उत्साहित करने के लिए यह काफी अच्छा कदम है।