हरियाणा में 1168 उम्मीदवार मैदान में

चंडीगढ़ – हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए 21 अक्तूबर को होने वाले चुनावों के लिए प्रचार का शोरगुल शनिवार सायं छह बजे थम गया तथा चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी अब लाउडस्पीकर, जनसभाओं और  रैलियों से नहीं बल्कि घर घर जाकर ही लोगों से संपर्क कर वोट की अपील कर सकेंगे। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने आज यहां बताया कि चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद प्रत्याशी के चुनाव एजेंट को छोड़ पार्टी से जुड़े अन्य कार्यकर्ता या नेता और प्रचारक जो सम्बंधित निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता नहीं हैं, वे उस निर्वाचन क्षेत्र में नहीं रह सकेंगे। उन्होंने कहा कि पोलिंग बूथ के 100 मीटर की परिधि में भी कोई उम्मीदवार या राजनीतिक दल अपना प्रचार नहीं कर सकता। उन्होंने सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मौजूदा सभी मंत्रियों, सांसद और राज्य विधानसभा के सदस्यों के अलावा अन्य नेताओं को निर्वाचन क्षेत्र जल्द से जल्द छोड़ देने के निर्देश दिए। राज्य के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा. इंद्रजीत ने कहा कि विधानसभा आम चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार को मतदान के दिन केवल एक ही गाड़ी के प्रयोग की अनुमति है। गाड़ी में ड्राइवर सहित पांच लोगों से ज्यादा के बैठने की अनुमति नहीं है और उम्मीदवार या उसके चुनावी एजेंट के उपयोग के लिए आवंटित वाहन किसी अन्य व्यक्ति द्वारा प्रयोग नहीं किया जाएगा। चुनाव में मुख्य रूप से मुकाबला भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और कांग्रेस के बीच देखा जा रहा है। ये दोनों दल सभी 90-90 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। वर्ष 2014 में 19 सीटें जीत पर दूसरे नंबर पर ही इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) दोफाड़ होकर अब इसमें से जननायक जनता पार्टी (जजपा) अस्तित्व में आ चुकी है। इनेलो और जजपा कुछ सीटों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाएंगे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा), आम आदमी पार्टी (आप), स्वराज इंडिया, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (लोसुपा) ने भी कुछ कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा 47, इनेलो 19, कांग्रेस 15, शिरोमणि अकाली दल और बसपा एक-एक, हरियाणा जनहित कांग्रेस दो तथा पांच सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे थे। हालांकि हजकां पार्टी  का बाद में कांग्रेस में विलय हो गया था।

एक करोड़ से ज्यादा मतदाता करेंगे मतदान

राज्य में इस बार कुल 1,83,90,525 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 98,78,042 पुरूष और 85,12,231 महिला, 252 ट्रांस जेंडर और 1,07, 955 सर्वित मतदाता हैं। राज्य में कुल 19578 मतदान केंद्र बनाए गये हैं। इनमें 19425 नियमित और 153 सहायक मतदान केंद्र हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 13837 और शहरी क्षेत्र में 574 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। राज्य में चुनावों के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिये केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 130 कम्पनियां तैनात की गई हैं। इनके अलावा राज्य के पुलिस और होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए हैं।