आज के दौर की डिमांड है एकाउंटिंग

एकाउंटिंग आज के दौर में बेहद डिमांडिंग फील्ड बन गई है। उदारीकरण के दौर में देश में निजी कंपनियों के विस्तार और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन से सीए, आईसीडब्ल्यू, सीएस, कम्प्यूटर एकाउंटेंसी के एक्सपर्ट्स की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। एकाउंटिंग एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आपका करियर ग्राफ  तेजी से बढ़ता है। वैसे तो ज्यादातर कॉमर्स के स्टूडेंट्स ही एकाउंटिंग के क्षेत्र में जाना चाहते हैं, लेकिन दूसरे स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के लिए भी इसके रास्ते खुले हैं। देश में कई एमएनसीज के आने और टैक्स रूल्स में बदलाव के कारण सीए प्रोफेशनल्स के लिए अवसर और भी बढ़े हैं।  सीए यानी चार्टर्ड अकाउंटेंट, बेहतरीन करियर माना जाता है। यह हर तरह की फाइनांशियल और इकोनॉमिकल एक्टिविटीज में एक्सपर्ट होते हैं, इसलिए लगभग हर कंपनी और संस्थान में इनकी जरूरत होती है। छात्र को बारहवीं या उसके समकक्ष एग्जाम पास होना चाहिए। ऑडिटिंग, कॉमर्शियल लॉ, एकाउंटेंसी के साथ कॉमर्स ग्रेजुएट करने वाले छात्र भी इसे कर सकते हैं। आर्ट्स व साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट भी सीए का कोर्स कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगी एंट्री

आमतौर पर देखा गया है कि जब चार्टर्ड अकाउंटेंट की बात आती है तो लोग कॉमर्स सब्जेक्ट तक सीमित हो जाते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। बारहवीं किसी भी विषय समूह से उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थी सीए की परीक्षा में बैठ सकते हैं। सीए प्रोफेशनल्ज को टेक्सेशन, एकाउंटिंग और ऑडिटिंग तीनों में निपुण होना होता है। छोटी से छोटी फैक्टरी से लेकर बड़ी से बड़ी इंडस्ट्री तक में सीए की सेवाएं ली जाती हैं। पर्सनल ट्रेट्स बतौर सीए करियर बनाने के इच्छुक युवाओं की गणित विषय पर अच्छी पकड़ होना आवश्यक है। उसमें निर्णय लेने की अभूतपूर्व क्षमता, रीजनिंग में निपुणता, विश्लेषण की क्षमता, पूर्वानुमान करने में एक्सपर्ट और क्लाइंट-इंप्लॉइज के साथ डील करने के गुण भी होने चाहिए।

नए कोर्स की स्पेशिलिटीज

हाल ही में सीए का नया कोर्स लागू किया गया है। इसमें सीए के कोर्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि न केवल छात्र इस कोर्स को पूरा कर एक विश्व स्तरीय फाइनांस प्रोफेशनल बन सकें, बल्कि कोर्स की अवधि में भी कमी लाने का प्रयास किया गया है। सीए के नए कोर्स के तहत छात्रों को थ्योरी के साथ आवश्यक प्रेक्टिकल ट्रेनिंग देने का भी प्रावधान है। समय के साथ सीए के कार्यक्षेत्र में भी वृद्धि हुई है। आज किसी भी कंपनी में सीए को संपूर्ण बिजनेस प्रोवाइडर के तौर पर देखा जाने लगा है, यानी ऐसा प्रोफेशनल, जो बिजनेस से संबंधित सभी समस्याओं का निपटारा करने में सक्षम हो।