छात्रों से छुड़ाई जाएंगी गलत आदतें

विभाग के स्कूल प्रबंधनों को निर्देश, आज बाल दिवस पर करने होंगे जागरूक

शिमला – राज्य के 15 हजार सरकारी स्कूल में गुरुवार को चाचा नेहरू का जन्म दिवस मनाया जाएंगा। इस बार स्कूलों में इस दिवस के मौके पर न केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम व अन्य गतिविधियों में भाग लेंगे, बल्कि स्कूल प्रबंधन व शिक्षक छात्रों को गलत आदतों को छोड़ने का भी आह्वान करेंगे। इस बाल दिवस पर समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूल प्रबंधन को गाइडलाइन जारी की गई है। इस गाइडलाइन के तहत छात्रों को यूथ व ईको क्लब के माध्यम से छात्रों को जागरूक किया जाएगा, वहीं नशे से दूर के तरीके भी छात्रों को बताए जाएंगे। बता दें कि भारत सरकार के निर्देशानुसार बाल दिवस के मौके पर सभी सरकारी स्कूलों को यूथ एंड ईको क्लब योजना के तहत बजट जारी किया जाएगा। इसमें यूथ एवं ईको क्लब के लिए प्राइमररी स्कूलों को 5000, मिडल स्कूलों को 15 हजार, हाई व सेकेंडरी स्कूलों को 25 हजार तक की राशि जारी करने का ऐलान एसएसए के अध्यक्ष ने किया है। उन्होंने बताया है कि इस राशि से स्कूल प्रबंधन छात्रों से अलग- अलग तरह की गतिविधियां करवाएंगे। वहीं, खेलकूद के लिए सामान खरीदेंगे और प्ले ग्राउंड का विकास करेंगे। इसके साथ प्राइमरी स्कूल के छात्रों के लिए मिड-डे मील के तहत किचन गार्डन बनाना सिखाकर उन्हें पर्यावरण से संबधित जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा छात्राओं को गुडि़या हेल्प लाइन, और पोक्सो एक्ट के बारे में बताने को कहा गया है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को यह भी कहा गया है कि बाल दिवस के मौके पर छात्रों को नकारात्मक सोच से बाहर निकाला जाए, वहीं सकारात्मक की ओर ले जाने के लिए उन्हें समाजिक कार्यो से जोड़ने का प्रयास किया जाएं।  शिक्षा निदेशक की ओर से जारी की गई अधिसूचना में इस मौके पर सभी शिक्षक व छात्रों को आने के निर्देष देने को प्रधानाचार्य को कहा गया है। बता दें कि स्कूलों को बाल दिवस मनाने के बाद शिक्षा निदेशालय में रिपोर्ट भी भेजनी होगी।

14 नवंबर को क्यों मनाते हैं बाल दिवस

बाल दिवस महान नेता पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस पर 14 नवंबर को मनाया जाता है। पंडित नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। 15 अगस्त, 1947 को जब भारत स्वतंत्र हुआ तो नेहरू जी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने। उन्हें बच्चों से प्रगाढ़ लगाव था।