तूफान ‘बुलबुल’ से निपटने के लिए बचाव टीमें तैनात

ओडिशा सरकार ने चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के कारण भारी बारिश होने की आशंका को देखते हुए राज्य के नौ जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और ओडिशा आपदा त्वरित कार्यवाही बल (ओडीआरएएफ) की टीमें शुक्रवार को तैनात कर दी है।इसके साथ ही राज्य के आठ जिलों में सभी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की गई है और संबंधित जिलाधिकारियों को भी सतर्क कर दिया गया है।विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने बताया कि जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है। जिला कलेक्टरों को भारी बारिश के दौरान जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिये गये हैं।उन्होंने बताया कि ओडीआरएएफ की दो-दो और एनडीआरएफ की एक-एक टीम नौ जिलों में तैनात की गई हैं।एहतियात के तौर पर केंद्रपाड़ा, पुरी, बालासोर, कटक, मयूरभंज, भद्रक, जयपुर और जगतसिंहपुर में स्कूलों को कल से दो दिनों तक बंद करने के लिए कहा गया है।मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि ‘बुलबुल’ तबाही मचाने वाला चक्रवाती तूफान है और पश्चिम बंगाल एवं बंगलादेश में भी इसके दस्तक देने की आशंका है।चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ से भद्रक, बालासोर, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। इसके अलावा मयूरभंज और जाजपुर जिले में मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पी के मिश्रा ने आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए ओडिशा के मुख्य सचिव असित कुमार त्रिपाठी के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के आठ जिलों में सभी स्कूल और आगनवाड़ी केंद्र आठ और नौ नवंबर को बंद रहेंगे।मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के कारण आठ और नौ नवंबर को ओडिशा के उत्तरी तटीय जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।पश्चिम बंगाल में भी चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ आज दस्तक दे सकता है। अभी यह 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।