दूसरे दिन खेप लेने आते थे ठेकेदार

कुल्लू – मणिकर्ण घाटी की पीणी पंचायत की चोटी पर स्थित पीणसू नामक थाच में चरस माफियों पर पुलिस द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक में एक और नया खुलासा हुआ है। यहां पर जो लोग चरस मलाई का काम कर रहे थे, वे हर दिन निकाली चरस का स्टॉक नहीं रखते थे, बल्कि उनसे मौके पर चरस खरीदने के लिए हर दूसरे दिन ठेकेदार आते थे। इसी कारण पुलिस को वहां नशे की ज्यादा खेप नहीं मिली। चोटी पर भांग की खेती करने वाले लोगों के साथ ठेकेदारों का सीधा संबंध था। पुलिस द्वारा दबोचे गए 31 लोगों में ही ठेकेदार शामिल थे। वहीं, अन्य चरस के ठेकेदारों का भी पुलिस अब पता लगाने में जुट गई है। बता दें इनमे करीब तीन ठेकेदार थे, जो पुलिस की गिरफ्त आए हैं। कुछ ठेकेदारों ने भांग के प्लांट खरीदे थे और उन्होंने नेपाली लेबर को भांग मलाई पर लगा रखा था और ये ठेकेदार मात्र चरस तैयार करने का कार्य कर रहे थे। वहीं, कुछ ठेकेदार तैयार चरस मौके पर जाकर खरीद लेते थे। पीणसू नामक स्थान पर जो चरस मलाई करने के लिए 11 टैंटों में रह रहे थे, उन लोगों के साथ चरस के ठेकेदारों का सीधा संबंध था और ठेकेदार दूसरे दिन यहां चरस खरीदने आते थे। एसपी कुल्लू के मुताबिक इनमें ठेकेदार पोशु राम दूसरे दिन मालिश की गई चरस को नेपाली मजदूरों से ले जाता था। वहीं पुलिस ने दबोचा सोनू नाम का व्यक्ति भी ठेकेदार ही बताया जा रहा है। एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।