इससे पहले निर्मोही अखाड़ा के प्रवक्ता कार्तिक चोपड़ा ने कहा है कि अखाड़े का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहता है. राम मंदिर निर्माण और देखरेख के लिए बनने वाले ट्रस्ट में अपनी भूमिका को लेकर वो पीएम मोदी से मिलना चाहते हैं. मुलाकात के बाद ही अखाड़ा आगे की रणनीति तय करेगा.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में रामलला विराजमान के पक्ष में फैसला सुनाया था और निर्मोही अखाड़े के दावे को खारिज कर दिया था. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को राम मंदिर निर्माण और उसकी देखरेख के लिए ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया था.