प्रदेश भर में 223 विभिन्न पदों के लिए 17 नवंबर को होगी वोटिंग
शिमला – प्रदेश की पंचायतों में होने वाले उपचुनावों से पहले 97 पंचायत वार्ड सदस्यों को निर्विरोध चुना गया। हालांकि 17 नवंबर को मतदान भी होना है, लेकिन नामांकन भरने की अंतिम तारीख तक विभिन्न पंचायतों के 97 वार्ड मेंबर्स के लिए एक-एक उम्मीदवार ने ही नामांकन भरा। इस कारण उन्हें निर्विरोध सदस्य चुना गया। वहीं, पंचायत समिति के दो सदस्य भी निर्विरोध चुना गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सराज और करसोग की बालीदार पंचायत समिति का एक सदस्य निर्विरोध चुना गया। ऐसे में अब प्रदेश की पंचायतों में खाली चल रहे 223 पदों के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है। मतदान 17 नवंबर को सुबह सात से दोपहर बाद तीन बजे तक होगा। बताया गया कि पंचायत प्रधान, उपप्रधान और वार्ड मेंबर के चुनाव के लिए मतगणना चुनाव के तत्काल बाद होगी और उसी दौरान नतीजे भी आ जाएंगे। जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव की मतगणना 18 नवंबर को नौ बजे से शुरू होगी। इन उपचुनाव के चलते प्रदेश की 600 से अधिक पंचायतों में आचार संहिता भी लागू हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक जिस पंचायत में वार्ड मेंबर, प्रधान या उपप्रधान का चुनाव होना है, उस पंचायत में आचार संहिता लागू है।
पद जिला परिषद पंचायत समिति प्रधान उप प्रधान नप सदस्य |
सीटें 1 9 23 25 4 |
कुल उम्मीदवार 3 25 107 104 13 |
किस जिले में किन पदों पर चुनाव
प्रदेश के बिलासपुर जिला में पंचायत समिति के दो, चंबा में दो, कांगड़ा छह, मंडी 12 और सिरमौर में तीन पदों के लिए चुनाव हासेना है। इसी तरह से ग्राम पंचायत प्रधान के 23 पदों में जिला चंबा में पांच, हमीरपुर में 10, कांगड़ा 23, मंडी 14, शिमला 28, सिरमौर 15 और ऊना में 12 प्रधान पदों के लिए उपचुनाव होना है। उपप्रधानों के 25 पदों में जिला बिलासपुर नौ, चंबा चार, हमीरपुर 28, कुल्लू आठ, कांगड़ा चार, मंडी 20, सिरमौर छह, सोलन छह और ऊना जिला में 19 उपप्रधानों के लिए उपचुनाव होना है। वहीं, जिला परिषद सदस्य के एक पद के लिए उप चुनाव सोलन जिला में होना है।
इन क्षेत्रों में चुनाव आचार संहिता
राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक जिला सोलन की 211 पंचायतों में उपचुनाव होना है, जबकि चंबा, नयनादेवी, शिलाई, नगरोटा सूरियां, देहरा, सराज और मंडी सदर ब्लॉक में आचार संहिता लागू हो चुकी है। इसी तरह से लाहुल-स्पीति की चार, ऊना की 25 सहित प्रदेश की 600 से अधिक पंचायतों में अब सरकार घोषणाएं नहीं कर सकती। ऐसे में 18 नवंबर तक इन पंचायतों में विकास की रफ्तार रुक जाएगी। ग्राम पंचायत प्रधानों, उपप्रधानों, पंचायत वार्ड सदस्यों के जिला परिषदों तथा पंचायत समितियों के सदस्यों की 247 रिक्त सीटों के लिए ये चुनाव 17 नवंबर को होंगे।