प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की दो दिन पूर्व दिल्ली में सभी पार्टी प्रदेशाध्यक्षों की हुई बैठक में 30 नवम्बर को दिल्ली में अखिल भारतीय स्तर पर ‘भारत बचाओ‘ महारैली का आयोजन करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस समय जरूरत इस बात की है कि जितने भी विपक्षी दल हैं सभी सजग होकर सरकार की नीतियों का विरोध करें। उन्होंने आरोप लगाया कि रिजर्व बैंक से कथित तौर पर पैसा छीन लिया गया। सार्वजनिक उपक्रमों, हवाइअड्डे, रेलवे स्टेशन, बंदरगाहें, भारत पैट्रोलियम जैसे उपक्रमों को बेचने की कवायद चल रही है। भारत संचार निगम निगम लिमिटेड भी घाटे में चल रहा है और हो सकता है इसे भी बेच दिया जाये। सार्वजनिक बैंकों की स्थिति ठीक नहीं है। ये बैंक घाटे में चल रहे हैं। बैंकों का विलय किया गया है लेकिन उन्हें लगता है कि इसका कोई ज्यादा फायदा होने वाला नहीं है। बैंकों में संचित लोगों की पूंजी सुरक्षित नहीं है।एक सवाल पर उन्होंने कहा कि जब उन्होंने प्रदेश में पार्टी की कमान सम्भाली तो इसमें गुटबाजी चरम सीमा पर थी। उनका सबसे पहला प्रयास था कि वे पार्टी के सभी नेताओं वीरभद्र सिंह, आनंद शर्मा समेत अन्य दिग्गज नेताओं को एकजुट कर एक मंच पर लेकर आयें जिसमें वह सफल हुये हैं। वह पार्टी काे उसके कार्यालय के बाहर लाने में भी सफल रहे हैं क्योंकि पहले पार्टी के कार्यक्रम उसके कार्यालय में ही होते थे लेकिन अब पार्टी जनता के बीच जा रही है। प्रदेश पार्टी संगठन के पुनर्गठन को लेकर सवाल उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां की हैं तथा शेष ब्लॉकों में भी ये नियुक्तियां जल्द कर दी जाएंगी तथा इसके बाद वह प्रदेश पार्टी संगठन का भी पुनगर्ठन करेंगे।