पत्र बम पर सरकार संगठन लेगा फैसला

परमार ने मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष के पाले में डाली जांच की गेंद

मैं भी संगठन से आया हूं और सरकार का हिस्सा हूं। मेरा सिर्फ यही कहना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पार्टी अध्यक्ष सतपाल सत्ती इस मामले पर कार्रवाई करेंगे

विपिन सिंह परमार, स्वास्थ्य मंत्री

शिमला – पत्र बम की सियासत से सरकार और संगठन में हड़कंप मच गया है। हालांकि मामले पर संज्ञान पार्टी हाइकमान ने लेना है, लेकिन आहत स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने जांच की गेंद मुख्यमंत्री के पाले में फेंक दी है। बुधवार को प्रदेश सचिवालय में मीडिया से बातचीत में विपिन परमार ने सारे मामले में किसी पर भी ठीकरा नहीं फोड़ा, लेकिन वह कहते हैं कि सरकार और संगठन ही कार्रवाई करे। उन्होंने इस मसले पर अंतिम निर्णय सरकार के मुखिया जयराम ठाकुर और संगठन के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती पर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि सब लोग जानते हैं कि किन लोगों ने पत्र बम वायरल किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार से जुड़ा मामला है तो सरकार देखेगी, यदि व्यक्ति विचार से जुड़ा है, तो संगठन देखेगा। अब तक जो जांच हुई है, उस मसले पर फैसला संगठन ने करना है। संगठन से ही सरकार बनी है। मैं भी इसी संगठन से आया हूं और सरकार का हिस्सा हूं। कार्रवाई हमारे खिलाफ या किसी और के खिलाफ करनी है, वह सरकार और संगठन तय करें। श्री परमार के इस बयान से साफ है कि वह पत्र बम मामले में किसी के खिलाफ बोलना नहीं चाह रहे हैं। हालांकि फोरेंसिक जांच रिपोर्ट भी आ गई है, लेकिन मंत्री यही कह रहे हैं कि सरकार और संगठन कार्रवाई करे।

मामले में बढ़ सकती हैं रविंद्र रवि की मुश्किलें

पत्र बम में पूर्व मंत्री रविंद्र सिंह रवि की मुश्किलें भी बढ़ सकती है। मामला पार्टी हाइकमान तक पहुंचने का मतलब है, आने वाले दिनों में संगठनात्मक कार्रवाई तय है, मगर अभी तक यह तय नहीं हैं कि पार्टी हाइकमान किस-किस के खिलाफ कार्रवाई करेगा। सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया में ऐसे पत्र वायरल होने से साफ जाहिर है कि पार्टी में गुटबाजी बढ़ जाएगी।

सत्ती बोले, षड्यंत्र रचने वालों पर होगी कार्रवाई

ऊना— पत्र बम को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि मामले में जांच रिपोर्ट आ गई है, जिसमें कुछ लोगों के नाम शामिल हैं। इनमें भाजपा के कार्यकर्ता और लीडर भी हो सकते हैं। रिपोर्ट में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ संगठन कार्रवाई करेगा। इसमें सरकार क्या करेगी, यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तय करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा में कुछ लोगों को बहुत लंबे समय से आदत पड़ी हुई है। जब शांता कुमार मुख्यमंत्री थे, तो उनके विरोध में काफी लोग षड्यंत्र रचते थे। जब प्रेम कुमार धूमल सीएम रहे तो उन्हें बदनाम करने की कोशिश हुई। अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समय भी कुछ लोगों को गलतफहमियां हुई हैं, लेकिन जो भी षड्यंत्रकारी नितियां करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।