पांडवों की नगरी में शान से निकले भगवान परशुराम।

जिला शिमला के ठियोग में पांडवों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध बलग में आराध्य देव मंगलेश्वर महाराज के साथ परशुराम भगवान की भव्य यात्रा निकाली गई। एकादश के अवसर पर शाही स्नान के लिए ढोल-नगाड़ों व शहनाई के दैविक सुरों के साथ बड़ी शानो शौकत व धूमधाम के साथ दोनों यात्रा पर निकले। गांव की महिलाओं ने पंचगव्य के छिड़काव के साथ रथयात्रा के रास्ते को शुद्ध किया और कारदारों व कल्यानों ने जयकारों के साथ शोभा यात्रा को भगवान परशुराम की तपोस्थली और पांडवों द्वारा लगभग पांच हजार वर्ष पूर्व निर्मित मंदिर में पहुंचाया। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भारतीय शैली में निर्मित इन मंदिरों को विशेष पत्थर और लकड़ियों से पांडव काल में बनाया गया है, जिसमें एकादश पर हर वर्ष देवता मंगलेश्वर महाराज और भगवान परशुराम शाही स्नान के लिए प्रवेश करते हैं। पांच दिन तक महाराज के पुजारियों द्वारा शाबर वेद के मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान से परंपरानुसार पूजा अर्चना की जाती है और रात को जागरण किया जाता हैं।बलग में आयोजित होने वाले जिलास्तरीय एकादश मेले में हजारों की संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु आकर देवता महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।