फार्मासिस्ट संघ ने बनाई रणनीति

ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट में संशोधन के खिलाफ

धर्मशाला –हिमाचल प्रदेश फार्मासिस्ट संघ की राज्य इकाई के प्रधान अनिल सोनी व कार्यकारी प्रधान विनोद भारद्वाज की अध्यक्षता में शुक्रवार को बैठक की गई, जिसमें संघ को आ रही मुख्य समस्याओं और मांगों को हल करवाने के लिए विस्तार से रणनीति बनाई गई। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष भारत भूषण चौहान, महासचिव हेम सिंह गुलेरिया, उपाध्यक्ष अनीता राणा, जिला ऊना के प्रधान व राज्य इकाई के सचिव संजीव शर्मा सहित अन्य लोगों ने भाग लिया। फार्मासिस्ट वर्ग ने भारत सरकार द्वारा अनुसूचि 23-ए ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट 1940 और नियम 1945 में संशोधन के लिए 23   प्रविष्टियों के स्थान पर अन्य प्रविष्टियां रखी जाएंगी। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों, स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्रों में संबंध, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, नर्स, सहायक नर्स मिडवाइफ तथा महिला स्वास्थ्य आगंतुक सहित स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा आपूर्ति औषधियां, जिसके लिए उक्त प्रारूप नियमों पर सुझावों के अनुसार विचार-विमर्श के उपरांत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा जनहित में राष्ट्रीय प्रोग्राम स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप दवाइयों के दुष्प्रभाव व प्रतिरोधक क्षमता का ग्राफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जो कि सरकार के ही नेशनल यूज ऑफ ड्रग्स के उद्देश्य को भी धूमिल कर रहा है। सरकार द्वारा उठाए गए इस अनुचित कदम व किए जा रहे इस संशोधन का का प्रदेश के सभी फार्मासिस्ट वर्ग ने कड़े शब्दों में विरोध प्रकट किया है।