बसें फुल…टैक्सियों में पेपर देने पहुंचे ‘पटवारी’

पटवारी परीक्षा के दौरान भीड़ के चलते बसों में जगह न मिलने से ज्यादा पैसे खर्चने को मजबूर, वापसी में भी आई दिक्कत

चंबा   –कहीं चटाई पर हुई परीक्षा तो कहीं रोल नंबर को लेकर छात्रों को उलझनों का सामना करना पड़ा। उपमंडल स्तर पर दुर्गम क्षेत्रों के शिक्षण संस्थानों को परीक्षा केंद्र बनाया गया, जहां जैमर तो दूर सीसीटीवी कैमरे तक की व्यवस्था नहीं थी।   घरों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से अल सुबह निकले भूखे प्यासे उम्मीदवारों को बसों में जगह न मिलने के चलते निजी गाडि़यों के सहारे परीक्षा केंद्र पहुंचना पड़ा। कई बसों में भारी भीड़ होने के चलते मार्ग परीक्षा के लिए जा रहे युवा हाथ फैलाते ही रह गए। हालांकि परिवहन अधिकारी की ओर से सभी सरकारी एवं निजी बस संचालकों को पटवारी भर्ती को देखते हुए पहले ही रविवार को रूट मिस न करने को निर्देश जारी किए थे, लिहाजा सुबह के समय सभी बसें अपने निर्धारित रूट पर दौड़ी, लेकिन शाम के वक्त दुर्गम क्षेत्रों में चलने वाली निजी बसें मनमर्जी के रूट पर चलीं। ऐसे में चंबा की ओर आने वाले कई यात्रियों को मार्ग में उतर कर टैक्सियों का विकल्प चुनना पड़ा यह फिर, लंबे अरसे तक अन्य बसों इंतजार करना पड़ा। उधर, राजस्व विभाग की माने तो जिला में 19 हजार के करीब युवाओं के परीक्षा में भाग लेने का अनुमान है। राजस्व विभाग अधिकारियों का कहना है कि चंबा में पटवारी परीक्षा सुचारू रूप में संपन्न हो गई है।

बिना आईडी प्रूफ-रोल नंबर के दी एंट्री

जिला चंबा के उपमंडल सलूणी एवं कई दुर्गम क्षेत्रों में बने परीक्षा केंद्रों पर बिना आईडी प्रूफ एवं रोल नंबर सहित अन्य तरह के उपकरण की जांच किए बगैर उम्मीदवारों को परीक्षा हाल में एंट्री दी गई। साथ ही इन परीक्षा केंद्रोें में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगाए गए थे, इस सब को देखते हुए वहां परीक्षा देने पहुंचे उम्मीदवारों ने परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए हैं।