बिजली बोर्ड भरेगा दो हजार पद

कर्मचारी यूनियन के साथ बैठक में हुए फैसलों पर सर्विस कमेटी की मीटिंग में लगेगी मुहर

शिमला –हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड में कर्मचारियों के दो हजार पदों को भरा जाएगा। इसमें जूनियर टी-मेट के 1200, जेओआईटी के 575, ड्राइंग स्टाफ के 132 और जेई के 250 पद शामिल हैं। बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के साथ हुई बैठक में इस मसले पर विस्तृत चर्चा हुई है। बिजली बोर्ड की सर्विस कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। सर्विस कमेटी की मंजूरी के बाद बीओडी में इस पर अंतिम मुहर लगेगी। सुबह 11 बजे शुरू हुई यह बैठक शाम तक चली। इसमें कर्मचारियों की 88 मांगों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि बिजली बोर्ड में आउटसोर्स आधार पर कार्य कर रहे कर्मचारियों के वेतन व अन्य मामलों का निपटारा समय पर किया जाएगा। इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। यदि किसी नई कंपनी को काम मिलता है, तो पहले से कार्यरत कर्मचारियों को नहीं हटाया जाएगा। अकाउंट्स श्रेणी में विभिन्न स्तर पर रखे गए सीधी भर्ती के प्रावधान को खत्म किया जाएगा। इनमें निम्न श्रेणी से पदोन्नति के प्रावधान को बढ़ावा दिया जाएगा। पावर हाउस में लंबे समय से कार्य कर रहे बेलदारों से ऑप्शन लेकर हेल्पर बनाया जाएगा। लेफ्टआउट चौकीदार, स्वीपर, चौकीदार को 30 नवंबर तक पदोन्नत किया जाएगा। लाइनमैन व इलेक्ट्रिशियन से कनिष्ठ अभियंता के लिए फोरमैन की तर्ज पर पदोन्नति नियम बदले जाएंगे।  बोर्ड में काम करते हुए दुर्घटना के शिकार हुए कांट्रेक्ट व आउटसोर्स के परिवार को नियमित कर्मचारी की तरह 10 लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी।

विद्युत सब-स्टेशनों पर हो सकती है भर्ती

बिजली बोर्ड में मानव रहित विद्युत सब स्टेशनों के रख-रखाव को 570 पद सृजित करने की मांग बैठक में रखी गई। इस पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई। बोर्ड ने निर्णय लिया है कि इसे सर्विस कमेटी में रखा जाएगा। अंतिम फैसला सर्विस कमेटी ही लेगी। इसके अलावा करुणामूलक के मामलों को शीघ्र निपटाने, चतुर्थ श्रेणी से लिपिक पद के लिए कोटे में निर्धारित पदों पर शीघ्र पदोन्नति करने, जूनियर टी-मेट, जूनियर हेल्पर व जेओए आईटी व अकाउंट्स की पदोन्नति के लिए तीन महीने के भीतर बेहतर पदोन्नति नियम बनाए जाने का भी निर्णय लिया गया है।